ब्यूरो रिपोर्ट… कुछ स्टडीज के अनुसार कैंडल (Candle) लाइट में डिनर करने से आपके फेफड़े बुरी तरह से डैमेज हो सकते हैं। साथ ही कई पुरानी बीमारियों गम्भीर हो सकती हैं।

क्या आप भी जा रहे हैं कैंडल लाइट डिनर पर
फरवरी आते ही वैलेंटाइन डे की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। कोई अपने पार्टनर के लिए महंगे तोहफे खरीदता है तो कोई उसे ट्रिप पर ले जाता है। वहीं, वैलेंटाइन्स डे पर कैंडल (Candle) लाइट डिनर के प्लान भी खूब बनते हैं। मोमबत्ती की मध्यम-सी रोशनी में अपने पार्टनर के साथ डिनर करने का आइडिया काफी रोमांटिक माना जाता है। लेकिन आपका यह रोमांटिक-सा डिनर आपको बीमार भी बना सकता है।

मोमबत्ती की रोशनी हेल्थ के लिए खतरा
दरअसल, मोमबत्ती का धुआं फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है और इसीलिए मोमबत्ती की रोशनी में खाना खाने की आदत फेफड़ों के लिए भी हानिकारक है। कुछ समय पहले एक रिसर्च पेपर में यह बताया गया कि, जिन लोगों के घर में अक्सर मोमबत्ती का इस्तेमाल होता है उनके स्वास्थ्य को इससे खतरा भी है। इसी तरह खाना पकाने के लिए इस्तेमाल होने वाली कूकिंग गैस भी लंग्स की हेल्थ को बुरी तरह से नुकसान पहुंचा सकती है।
Candle लाइट डिनर,

डीएनए हो सकता है डैमेज
एक स्टडी के अनुसार, मोमबत्ती के धुएं की वहज से ऐसे ब्लड इंफेक्शन्स का रिस्क बढ़ाता है जो डीएनए को डैमेज कर सकते हैं।

बढ़ सकता है अस्थमा
जिन लोगों को अस्थमा की शिकायत है उनके लिए मोमबत्ती का धुआं एक ट्रिगर का काम करता है। मोमबत्ती के धुएं की वजह से खांसी, सांस लेने में परेशानी और दम घुटने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

एलर्जी
मोमबत्ती के धुएं के अलावा इसकी खूश्बू भी कुछ लोगों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। इससे, कई तरह की एलर्जिस बढ़ सकती हैं। स्किन में खुजली, चक्कर आने और सिरदर्द जैसी समस्याएं कैंडल (Candle) की गंध से बढ़ सकती हैं।

कैंसर का रिस्क
अमेरिकल केमिकल सोसायटी की मीटिंग में एक रिपोर्ट पेश की गयी जिसमें कहा गया कि बंद कमरे में पैराफीन वाली मोमबत्तियां जलाने से कुछ प्रकार के कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ सकता है।
