Kisano 10 ghante ki vidyut aapurti ki maang karte hue.
शामली में किसानो ने 10 घंटे विद्युत आपूर्ति की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। पढ़ें पूरी खबर!
उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में Kisano को ट्यूबवेलों पर बेहद कम विद्युत आपूर्ति का सामना करना पड़ रहा है, जिससे वे बेहद परेशान हैं। भारतीय किसान यूनियन (प्रधान) के पदाधिकारियों के नेतृत्व में कई Kisano कलेक्ट्रेट पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में किसानों ने 10 घंटे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित किए जाने की मांग की है।
Kisano की समस्या और तात्कालिक कदम
भारतीय किसान यूनियन (प्रधान) के पदाधिकारियों के नेतृत्व में करीब आधा दर्जन Kisano शामली कलेक्ट्रेट पहुंचे। वहां उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी अरविंद कुमार चौहान को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि कृषि के लिए नहरी जल आपूर्ति के साथ-साथ निजी नलकूप भी फसलों की सिंचाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
हालांकि, 22 मार्च को जारी एक आदेश के तहत कृषि पोषक फीडर से विद्युत आपूर्ति का समय 10 घंटे से घटाकर 7 घंटे कर दिया गया है। इसके अलावा, 7 घंटे की विद्युत आपूर्ति को दो भागों में बांटा गया है। किसानों का कहना है कि इस कटौती के कारण वे अपनी फसलों की सही समय पर सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं, जो उनके लिए एक बड़ी समस्या बन चुकी है।
गर्मी के मौसम में किसानों की बढ़ती चिंता
गर्मी के मौसम की शुरुआत हो चुकी है, और इस मौसम में फसलों को अधिक सिंचाई की आवश्यकता होती है। लेकिन, कम विद्युत आपूर्ति के कारण Kisano को अपनी फसलों की सिंचाई में मुश्किल हो रही है। ट्यूबवेलों की विद्युत आपूर्ति घटने के कारण किसान समय से सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं, जिससे उनके फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

इस स्थिति में Kisano ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि कृषि पोषक फीडरों पर विद्युत आपूर्ति को 10 घंटे तक बढ़ाया जाए, और 7 घंटे विद्युत आपूर्ति के आदेश को तुरंत रद्द किया जाए। किसानों का मानना है कि यदि समस्या का समाधान जल्द नहीं किया गया, तो उनके फसल पर गंभीर असर पड़ सकता है।
शामली के Kisano द्वारा 10 घंटे विद्युत आपूर्ति की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपने का कदम उनकी सिंचाई संबंधी समस्याओं को उजागर करता है। बीती 22 मार्च को हुए आदेश ने कृषि पोषक फीडरों से विद्युत आपूर्ति को घटाकर 7 घंटे कर दिया है, जिससे किसानों को फसलों की सिंचाई में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। विशेष रूप से गर्मी के मौसम में जहां अधिक सिंचाई की आवश्यकता होती है, इस कटौती के कारण किसानों की फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
Kisano ने मुख्यमंत्री से यह मांग की है कि कृषि पोषक फीडरों पर 10 घंटे विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था की जाए, ताकि वे अपनी फसलों की उचित देखभाल और सिंचाई कर सकें। यदि उनकी यह मांग पूरी नहीं होती है, तो किसानों को और भी बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यह आंदोलन न केवल किसानों की समस्याओं को उजागर करता है, बल्कि यह भी बताता है कि सरकार को किसानों के हितों के लिए त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि उनकी कठिनाइयां कम हो सकें और वे अपनी फसलें अच्छी तरह से उगा सकें।