Sultanpur kids drown in pond – tragic accident.
Sultanpur में एक दर्दनाक हादसा हुआ है। दो बच्चों की तालाब में डूबने से मौत, जानें क्या था कारण!
मोहम्मद काशिफ (संवाददाता): Sultanpur जिले के मोतिगरपुर थाना क्षेत्र के बबरही गांव में गुरुवार को सुबह 10 बजे दो मासूम बच्चों की तालाब में डूबने से मौत हो गई। यह दुखद हादसा तब हुआ जब रामहित की भैंस पड़ोसी के मछली पालन वाले तालाब में चली गई थी, जो उनके घर से महज 50 मीटर की दूरी पर स्थित है। रामहित का 12 वर्षीय बेटा आदर्श भैंस को बाहर निकालने के लिए तालाब की ओर गया।
भैंस निकालते समय आदर्श का पैर फिसल गया और वह पानी में गिर गया। तैरना न आने के कारण वह डूबने लगा। भाई को डूबता देख उसकी 15 वर्षीय बहन विनीता तुरंत उसे बचाने के लिए तालाब में कूद गई, लेकिन वह भी गहरे पानी में डूब गई। मौके पर मौजूद एक ग्रामीण ने बच्चों को बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
Sultanpur पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही Sultanpur के मोतिगरपुर थानाध्यक्ष विजय सिंह और जयसिंहपुर के एसडीएम शिवप्रसाद पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। दोनों बच्चों के शवों को तालाब से निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। यह दर्दनाक घटना इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है।
दोनों बच्चों के परिवार और गांव में इस हादसे को लेकर गहरी नाराजगी और शोक का माहौल है। लोग इस हादसे को लेकर सरकार से तालाबों के आसपास सुरक्षा के इंतजाम करने की मांग कर रहे हैं।

बच्चों की मौत पर उठ रही सुरक्षा सवाल
Sultanpur के बबरही गांव में इस घटना के बाद अब ग्रामीणों में यह सवाल उठ रहा है कि क्या तालाबों के पास सुरक्षा इंतजाम पर्याप्त हैं। मासूम बच्चों की इस मौत ने इलाके में सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। Sultanpur प्रशासन से ग्रामीणों की अपील है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए तालाबों के आसपास सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की जाए।
तालाब में डूबने के हादसे से प्रभावित परिवार
Sultanpur के बबरही गांव में इस हादसे ने बच्चों के परिवार को गहरे शोक में डुबो दिया है। 12 वर्षीय आदर्श और 15 वर्षीय विनीता के परिवार ने इस घटना के बाद अपनी अपार पीड़ा और शोक व्यक्त किया। बच्चों की मौत से Sultanpur के गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
Sultanpur जिले के बबरही गांव में हुई यह दुखद घटना न केवल बच्चों के परिवार के लिए, बल्कि पूरे गांव और समुदाय के लिए शोक का कारण बनी है। दो मासूम बच्चों की तालाब में डूबकर मौत हो गई, जो कि एक ऐसी घटना है जिसे कोई भी नहीं भूल सकता। इस हादसे ने यह सवाल खड़ा किया है कि तालाबों और जलाशयों के पास सुरक्षा उपायों की कितनी अहमियत है।
दरअसल यह घटना हमें यह सिखाती है कि बच्चों को पानी के पास खेलने या किसी जलाशय के पास जाने से रोकने के लिए जरूरी सुरक्षा इंतजाम किए जाने चाहिए। साथ ही,Sultanpur प्रशासन को भी इस तरह के हादसों से बचने के लिए तालाबों और जलाशयों के आसपास सुरक्षा के कड़े उपायों की आवश्यकता है।
समुदाय और सरकार से यह उम्मीद की जाती है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे ताकि भविष्य में किसी और परिवार को इस तरह की त्रासदी का सामना न करना पड़े। इस दुखद घटना के बाद अब लोगों की मांग है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए जल्द ही कोई ठोस कदम उठाए जाएं।