Shamli Me dindahade sell tax chori
शामली संवाददाता दीपक राठी उत्तर प्रदेश का शामली (Shamli) जनपद एक बार फिर से सुर्खियों में है। वजह है—सेल टैक्स चोरी का गोरखधंधा, जो विभागीय दावों के बावजूद लगातार फल-फूल रहा है। संबंधित विभाग के अधिकारी बार-बार यह दावा करते हैं कि शामली (Shamli) जिले में सेल टैक्स चोरी पर पूरी तरह से अंकुश है, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो ने इन दावों की सच्चाई उजागर कर दी है। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि शहर के बीचों-बीच सड़क किनारे ट्रकों से महंगा सामान उतारा जा रहा है और उसे रेहड़ियों व छोटे वाहनों में भरकर विभिन्न स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है।

दिल्ली रोड पर हुआ पूरा खेल
पूरा मामला शामली (Shamli) सदर कोतवाली क्षेत्र के दिल्ली रोड स्थित सिटी ग्रीन के पास का है। वायरल वीडियो में तीन बड़े ट्रक सड़क किनारे खड़े दिखाई दे रहे हैं। इन ट्रकों से तांबा, पीतल, ड्राई फ्रूट और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसी महंगी वस्तुएं उतारी जा रही हैं। इन्हें तुरंत रेहड़ियों और छोटे वाहनों में लादकर जिले भर के व्यापारियों तक पहुंचाया जाता है।
चौंकाने वाली बात यह है कि यह पूरा काम दिनदहाड़े और शहर की व्यस्त सड़क पर हुआ, लेकिन किसी भी विभागीय अधिकारी को इसकी भनक तक नहीं लगी। यह सवाल उठना लाजमी है कि इतनी बड़ी गतिविधि बिना विभागीय मिलीभगत या लापरवाही के संभव कैसे है।
प्रतिदिन लाखों का नुकसान
सूत्रों की मानें तो यह कोई एक-दो दिन की बात नहीं है बल्कि लंबे समय से यही सिलसिला चल रहा है। दिल्ली से रोजाना ट्रकों के जरिए माल शामली (Shamli) लाया जाता है। यहां पर बिना किसी रोक-टोक के उसे विभिन्न व्यापारियों तक पहुंचा दिया जाता है। अनुमान है कि इस अवैध कारोबार से सरकार को प्रतिदिन लाखों रुपये का सेल टैक्स नुकसान उठाना पड़ रहा है।
शामली (Shamli) राजस्व विभाग की लापरवाही से जहां सरकारी खजाने को चूना लगाया जा रहा है, वहीं माफिया और कारोबारी मोटा मुनाफा कमा रहे हैं।
विभाग की चुप्पी सवालों के घेरे में
इस पूरे मामले में सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि जब मीडिया ने वायरल वीडियो के संबंध में विभाग के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की, तो उन्होंने फोन तक रिसीव नहीं किया। इससे यह संदेह और गहरा हो जाता है कि कहीं न कहीं अधिकारी खुद इस खेल में शामिल तो नहीं हैं।
अगर अधिकारी ईमानदारी से कार्रवाई करते तो शामली (Shamli) शहर की मुख्य सड़क पर खुलेआम माल उतारने की हिम्मत कोई नहीं करता।
कानून और व्यवस्था पर असर
शामली (Shamli) के लोगों का कहना है कि विभाग की मिलीभगत के चलते सेल टैक्स माफियाओं का हौसला इतना बुलंद है कि वे बिना किसी डर के अपना कारोबार चला रहे हैं। इस कारण आम लोगों के मन में भी विभाग और प्रशासन की छवि को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
शामली (Shamli) के व्यापारिक संगठनों और समाजसेवियों ने शासन से मांग की है कि मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
जनता में बढ़ी नाराजगी
वायरल वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर जमकर चर्चा हो रही है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर विभाग किसके इशारे पर आंखें मूंदे बैठा है। कई लोगों ने इसे राजस्व की बड़ी हानि बताते हुए सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की है।
अब निगाहें शासन पर
यह घटना केवल विभागीय लापरवाही का उदाहरण नहीं है बल्कि यह भी दिखाती है कि सिस्टम में कितनी खामियां हैं। जब शहर की मुख्य सड़क पर दिनदहाड़े करोड़ों का सामान बिना टैक्स दिए उतारा जा सकता है, तो यह अपने आप में बड़ी प्रशासनिक विफलता है।
अब देखना यह होगा कि शासन-प्रशासन इस मामले में कितनी तेजी दिखाता है और क्या वाकई शामली (Shamli) में सेल टैक्स चोरी के इस काले कारोबार पर अंकुश लगाया जा सकेगा या फिर यह खेल आगे भी यूं ही चलता रहेगा।