Jalalabad Niwasi Dildar Ne Avaidh Aara Machino Ke Virudh Shikayati Patra Jiladhikaari Shamli Ko Saunpa
शामली (संवाददाता दीपक राठी) : उत्तर प्रदेश के जनपद शामली (Shamli) में वन विभाग पर अवैध आरा मशीनों के संचालन का गंभीर आरोप लगा है। यह मामला तब सुर्खियों में आया जब सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई। ऑडियो में एक वन दरोगा शिकायतकर्ता को गाली-गलौच करते हुए कहता सुनाई दे रहा है कि “तुम चाहे जितना भी शिकायत कर लो, ये मशीनें लाइसेंसी हैं और ऐसे ही चलती रहेंगी, तुम्हें एक फूटी कोड़ी भी नहीं मिलेगी।” इस ऑडियो ने न सिर्फ वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए, बल्कि प्रशासन के रवैये पर भी व्यापक बहस शुरू कर दी है।

शिकायतकर्ता का आरोप और जिलाधिकारी से की गई शिकायत
जनपद शामली (Shamli) में थाना भवन क्षेत्र के कस्बा जलालाबाद के निवासी दिलदार ने शामली (Shamli) जिलाधिकारी कार्यालय में एक शिकायती पत्र सौंपा। उन्होंने पत्र में आरोप लगाया कि कुछ दिन पूर्व उन्होंने जलालाबाद गंगोह सहारनपुर रोड पर चल रही अवैध आरा मशीनों के खिलाफ शिकायत की थी। इसके बाद 25 सितंबर को वन विभाग ने दो अवैध आरा मशीनों पर कार्यवाही की थी।
हालांकि दिलदार का दावा है कि थानाभवन क्षेत्र में डेढ़ दर्जन से अधिक आरा मशीनें चल रही हैं, जिनमें से केवल चार ही वैध हैं। इन मशीनों पर प्रतिबंधित लकड़ियों की खरीद-फरोख्त बड़े पैमाने पर होती है, जिससे हरे-भरे वनों की अंधाधुंध कटाई हो रही है। उनका कहना है कि यह पूरी व्यवस्था वन विभाग की रहमों करम पर संचालित हो रही है।
वायरल ऑडियो में वन दरोगा का बयान
जनपद शामली (Shamli) का सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो में शिकायतकर्ता से वन दरोगा सत्येंद्र कहते हैं, “ये मशीन हमने चलवा रखी है, तुझे जो होता है कर ले।” साथ ही ऑडियो में गाली-गलौच की आवाज भी स्पष्ट रूप से सुनी जा सकती है। इस ऑडियो ने वन विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और यह साफ संकेत देता है कि अवैध आरा मशीनों का संचालन प्रशासन की नज़र के सामने हो रहा है।
प्रशासन और वन विभाग की प्रतिक्रिया
जिलाधिकारी शामली (Shamli) ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने मामले को संज्ञान में लिया है और संबंधित विभाग को इस पर त्वरित जांच के निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यदि वन विभाग के किसी कर्मचारी के खिलाफ उल्लंघन पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शामली (Shamli) वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी फिलहाल इस मामले पर कोई आधिकारिक टिप्पणी देने से बच रहे हैं। हालांकि उन्होंने आश्वासन दिया कि विभाग अपनी जांच प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखेगा और नियमों के उल्लंघन पर आवश्यक कदम उठाएगा।
स्थानीय लोगों की नाराज़गी
स्थानीय लोग इस मामले को लेकर गुस्से में हैं। उनका कहना है कि लंबे समय से अवैध आरा मशीनों का संचालन हो रहा है और वन संपदा तेजी से खत्म हो रही है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में जल्द जांच कर दोषियों को सजा दी जाए।
एक ग्रामीण ने कहा, “हमारे जंगल दिन-ब-दिन खत्म हो रहे हैं और यह सब वन विभाग की नाक के नीचे हो रहा है। प्रशासन को चाहिए कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और जांच कराएं।”
शामली (Shamli) में वायरल ऑडियो ने वन विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अगर यह आरोप सही पाए जाते हैं तो यह केवल वन संपदा के विनाश का मामला नहीं, बल्कि प्रशासन की जवाबदेही पर भी गंभीर प्रभाव डालेगा।
इसलिए जरूरी है कि प्रशासन इस मामले में शीघ्र और निष्पक्ष जांच कराए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे, ताकि न सिर्फ जंगलों की कटाई रोकी जा सके बल्कि लोगों का प्रशासन पर भरोसा भी कायम रहे।