Muzaffarnaggar Muthbhed Me Gangster Naeem Qureshi Dher
मुजफ्फरनगर (संवाददाता गौरव चौटाला) : रविवार को मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले में एक खतरनाक मुठभेड़ हुई, जिसमें पुलिस और बदमाशों के बीच करीब 15-20 राउंड गोलीबारी हुई। इस मुठभेड़ में एक लाख रुपये का इनामी बदमाश नईम कुरैशी ढेर हो गया, जबकि एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। पुलिस ने मौके से एक पिस्टल, एक तमंचा, कारतूस और दो मोटरसाइकिल बरामद की हैं।
घटना की पृष्ठभूमि
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले में हुई मुठभेड़ में जानकारी के अनुसार, मीरापुर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक गंभीर अपराधी क्षेत्र में किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। सूचना पर मीरापुर पुलिस ने दो संदिग्ध बाइक सवारों का पीछा शुरू किया। जैसे ही बदमाशों को पुलिस का पता चला, उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई करते हुए बदमाशों को घेर लिया। इस दौरान एक बदमाश नईम कुरैशी को गोली लग गई और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बदमाश की गोलीबारी में हेड कांस्टेबल कालूराम भी घायल हो गए। दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने नईम कुरैशी को मृत घोषित कर दिया। पुलिसकर्मी कालूराम का इलाज जारी है।
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले में घटना के दौरान एक अन्य बदमाश ईख के खेत का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए एसएसपी संजय कुमार वर्मा के नेतृत्व में खेतों में घंटों तक तलाशी अभियान चलाया, लेकिन सफलता नहीं मिली।

नईम कुरैशी: एक शातिर अपराधी
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि नईम कुरैशी बेहद खतरनाक और शातिर अपराधी था। उसके खिलाफ 35 आपराधिक मुकदमे दर्ज थे, जिनमें 20 लूट और 6 हत्या के मामले शामिल हैं। वह नफीस कालिया गैंग का सदस्य था और दिल्ली व उत्तर प्रदेश पुलिस उसकी तलाश में थी। इस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
एसएसपी मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) ने बताया कि नईम कुरैशी का मूल निवासी खालापार था, लेकिन वह मीरापुर में छिपकर रह रहा था। “2005 में दिल्ली में उसके खिलाफ 394, 302 और 392 आईपीसी के मुकदमे दर्ज हुए थे। इसके बाद उसने मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और आसपास के इलाकों में कई लूट और हत्या की वारदातें कीं। पांच महीने पहले जेल से छूटने के बाद उसने फिर लूट की घटना को अंजाम दिया और वांछित चल रहा था।”
मुठभेड़ का क्रम
एसएसपी संजय कुमार वर्मा मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान करीब 15-20 राउंड फायरिंग हुई। “बदमाश ने पुलिस पर गोलियां चलाईं, जिसमें हेड कांस्टेबल कालूराम घायल हो गए। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में बदमाश को निशाना बनाया। मौके पर एक पिस्टल, एक तमंचा, कारतूस और दो मोटरसाइकिल बरामद की गईं।”
एसएसपी मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) ने कहा कि बरामद पिस्टल काफी रिफाइंड थी और संभवत: बिहार की थी। इसके अलावा मौके से तमंचा और अन्य हथियार भी मिले हैं।

पुलिस की कार्रवाई और भविष्य की तैयारी
एसएसपी संजय कुमार वर्मा मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) ने बताया कि इस मुठभेड़ में तीन पुलिस टीमें शामिल थीं, जिनमें सर्विलांस टीम और थाने के अधिकारी शामिल थे। उन्होंने कहा कि पूरी टीम ने इलाके में गहन चेकिंग और कॉम्बिंग अभियान चलाया। “हम फरार बदमाश की तलाश कर रहे हैं और जल्द ही उसे पकड़ेंगे।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस कार्रवाई से मुजफ्फरनगर में अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था मजबूत होगी।
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस की यह कार्रवाई क्षेत्र में अपराध पर एक कड़ा प्रहार है। एक लाख रुपये का इनामी बदमाश नईम कुरैशी का ढेर होना और हथियारों की बरामदगी पुलिस की तत्परता और सक्रियता को दर्शाता है। इस मुठभेड़ ने साफ कर दिया है कि मुजफ्फरनगर पुलिस अपराधियों के खिलाफ पूरी ताकत से कदम उठा रही है और इलाके को अपराध मुक्त बनाने के प्रयास में जुटी है।