Current Lagne Se Buri Tarah Jhulsa Lineman (Bijnor)
बिजनौर (संवाददाता महेंद्र सिंह) : उत्तर प्रदेश के बिजनौर (Bijnor) जिले के थाना बढ़ापुर क्षेत्र के तय्योपुर बिजली घर में एक दर्दनाक हादसा हुआ। बिजली के पोल पर शटडाउन लेकर काम कर रहे एक संविदा कर्मी लाइनमैन करंट की चपेट में आ गए और बुरी तरह जल गए। घटना के बाद मजदूर के साथ परिजन और भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के कार्यकर्ता बिजली घर पर जमा हो गए और बिजली विभाग के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने बिजली घर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और आरोप लगाया कि हादसे के समय बिजली को पूरी तरह से काटना नहीं किया गया।
पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंच गए हैं और प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं, घटना की वजह से तय्योपुर बिजली घर की कार्यप्रणाली और सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े हो गए हैं।

हादसे का क्रम और मृतक कर्मी का हाल
जानकारी के अनुसार संविदा कर्मी लाइनमैन बिजली के पोल पर शटडाउन लेकर काम कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें अचानक करंट लग गया। करंट लगने से वह बुरी तरह झुलस गए और गंभीर हालत में उन्हें बिजनौर (Bijnor) जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के तुरंत बाद उनके परिजन बिजली घर पहुंचे और विभाग के अधिकारियों से हादसे की जिम्मेदारी तय करने की मांग करने लगे।
घायल लाइनमैन के परिजनों का आरोप है कि हादसे के समय बिजली घर से बिजली छोड़ दी गई थी। अगर सुरक्षा व्यवस्था का पालन किया जाता और बिजली पूरी तरह से बंद की जाती तो यह हादसा टाला जा सकता था। परिजन बिजनौर (Bijnor) बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग कर रहे हैं।
भारतीय किसान यूनियन का विरोध और प्रशासन की प्रतिक्रिया
बिजनौर (Bijnor) के हादसे के बाद भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) बिजनौर (Bijnor) के कार्यकर्ता बिजली घर के बाहर एकत्र हो गए और बिजली घर का घेराव कर प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने बताया कि यह केवल एक व्यक्तिगत हादसा नहीं है बल्कि बिजली विभाग में लंबे समय से सुरक्षा व्यवस्था की अनदेखी की जा रही है। उन्होंने हादसे के लिए बिजली विभाग और संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया और जल्द कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और हादसे की जांच की मांग की। उनका कहना था कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।
वहीं, बिजनौर (Bijnor) प्रशासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए मामले की जांच का आदेश दिया है। पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है और प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए मौके पर बल तैनात किया है।
सुरक्षा मानकों में सुधार की जरूरत
यह हादसा बिजनौर (Bijnor) बिजली विभाग के कार्यकर्ताओं की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की जरूरत को दर्शाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए सुरक्षा मानकों का पालन जरूरी है। कार्यस्थल पर नियमित प्रशिक्षण, सुरक्षा उपकरण और बिजली कटौती की उचित व्यवस्था को सुनिश्चित करना आवश्यक है।
व्यापारियों और नागरिकों ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि अगर बिजनौर (Bijnor) बिजली विभाग अपनी सुरक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं करता तो ऐसे हादसे भविष्य में भी होते रहेंगे।