Muzaffarnaagar Me Police Ne Avaidh Patakha Dukaano Pe Chaapemari
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले में अवैध पटाखों के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। सोमवार को कोतवाली नगर क्षेत्र के पान मंडी में पुलिस ने एक अभियान चलाते हुए सात दुकानों के ताले तोड़कर छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने करीब एक करोड़ रुपये मूल्य के अवैध पटाखे बरामद किए, जिन्हें दिवाली के मद्देनज़र बड़े पैमाने पर स्टॉक कर रखा गया था।
बताया जा रहा है कि ये सभी दुकानें नगर के सबसे व्यस्त और घनी आबादी वाले बाजार में स्थित थीं। यहां इस तरह के विस्फोटक पदार्थों का भंडारण किसी भी समय बड़े हादसे का कारण बन सकता था। पुलिस ने समय रहते कार्रवाई करते हुए पूरे पटाखा जखीरे को जप्त कर लिया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इन दुकानों में किसी भी प्रकार का वैध लाइसेंस नहीं मिला, और जो पटाखे बरामद हुए वे पूरी तरह अवैध रूप से रखे गए थे। पुलिस ने अब इस मामले में गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है।

खतौली विस्फोट के बाद बढ़ी सतर्कता, अवैध भंडारण पर प्रशासन ने दिखाई सख्ती
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) की इस छापेमारी की मुख्य वजह खतौली कोतवाली क्षेत्र में रविवार को हुआ धमाका बताया जा रहा है। उस घटना में पटाखों को धूप में सुखाने के दौरान अचानक आग लगने से जोरदार विस्फोट हुआ था, जिसमें एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई थी।
इस हादसे के बाद से ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया था और जिले में अवैध पटाखों के भंडारण पर रोक लगाने के लिए विशेष अभियान शुरू किया गया। सोमवार शाम नगर के पान मंडी क्षेत्र में जब पुलिस टीम पहुंची, तो सात दुकानों पर ताले बंद मिले। जब ताले तोड़कर दुकानों के शटर उठाए गए, तो अंदर से भारी मात्रा में पटाखों का जखीरा मिला।
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस के मुताबिक, दुकानों में लगभग 10 से 12 कुंतल तक पटाखे रखे गए थे, जिनकी कीमत करीब एक करोड़ रुपये आंकी गई है। इतना बड़ा स्टॉक किसी भी समय विस्फोट का कारण बन सकता था। यह जगह घनी आबादी वाला बाजार है और थोड़ी सी चिंगारी भी बड़े हादसे में तब्दील हो सकती थी।
फिलहाल पुलिस ने पूरे माल को सीज कर दिया है और संबंधित दुकानदारों की तलाश में जुट गई है। अधिकारियों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के आदेशों की अनदेखी पर पुलिस ने दी चेतावनी
इस मामले में सीओ सिटी सिद्धार्थ मिश्रा मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के आदेशों के अनुसार एनसीआर क्षेत्र में पटाखों का स्टोरेज, उत्पादन और बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित है।
उन्होंने कहा,
“मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) एनसीआर का हिस्सा है, इसलिए यहां किसी भी प्रकार के पटाखों का व्यापार गैरकानूनी है। हमने सात दुकानों पर छापेमारी की और सभी में बिना लाइसेंस के पटाखे पाए गए हैं। अब इनके खिलाफ एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।”
सीओ मिश्रा ने आगे कहा कि इस बार दीपावली पर पुलिस प्रशासन किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरतेगा। उन्होंने आम जनता और व्यापारियों से अपील की कि कोई भी व्यक्ति बिना लाइसेंस पटाखों का स्टोरेज या बिक्री न करे। ऐसा करते पाए जाने पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
“हमारे अनुमान के मुताबिक, जब्त किए गए पटाखों की मात्रा 10 कुंतल से अधिक है। अगर समय रहते कार्रवाई नहीं होती, तो यहां बड़ा हादसा हो सकता था। पुलिस इस पूरे प्रकरण की तहकीकात कर रही है और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा,”
पुलिस की तत्परता से टली संभावित त्रासदी
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) के घनी आबादी वाले पान मंडी क्षेत्र में इतनी बड़ी मात्रा में पटाखों का अवैध भंडारण किसी भीषण विस्फोट का कारण बन सकता था। पुलिस की मुस्तैदी और समय पर कार्रवाई के चलते न केवल करोड़ों का अवैध माल पकड़ा गया बल्कि एक बड़ी दुर्घटना टल गई।
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) प्रशासन ने अब यह साफ कर दिया है कि दिवाली से पहले और त्योहारों के दौरान अवैध पटाखों के खिलाफ जिले में सघन अभियान चलाया जाएगा। इस तरह की अवैध गतिविधियों में शामिल पाए गए व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई तय है।