Muzaffarnagar Me Patakho Par Laga Ban
मुजफ्फरनगर (संवाददाता गौरव चौटाला) : इस बार मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले में दीपावली का त्योहार बगैर आतिशबाजी के मनाया जाएगा। जिले में इस बार न तो पटाखे बिकेंगे, न खरीदे जा सकेंगे और न ही कोई व्यक्ति उन्हें स्टॉक कर पाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि मुजफ्फरनगर अब राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) का हिस्सा है और उच्चतम न्यायालय के आदेश के तहत एनसीआर में पटाखों की बिक्री, भंडारण और उत्पादन पर पूर्ण प्रतिबंध है।

पुलिस की सख्ती, एक करोड़ के पटाखे जब्त
इस आदेश के बाद से ही मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। सोमवार शाम पुलिस ने नगर क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई करते हुए सात दुकानों पर छापेमारी की। बताया गया कि ये दुकानें बंद थीं और उनके अंदर अवैध रूप से पटाखों का भंडारण किया गया था।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने दुकानों के ताले तोड़कर भारी मात्रा में पटाखे बरामद किए, जिनकी कीमत करीब एक करोड़ रुपये आंकी जा रही है। इस कार्रवाई से पूरे जिले के पटाखा व्यापारियों में हड़कंप मच गया है।
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस का कहना है कि प्रतिबंध के बावजूद कुछ व्यापारी पुराने स्टॉक को बेचने की तैयारी में थे। ऐसे लोगों के खिलाफ अब सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

गांवों में भी चल रहा अभियान, पुलिस ने की अपील
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस केवल शहर तक सीमित नहीं है, बल्कि गांव-देहात के क्षेत्रों में भी अभियान चला रही है। पुलिस टीमें गांवों में पहुंचकर लोगों को समझा रही हैं कि कोई भी व्यक्ति अपने घर या दुकान में अवैध रूप से पटाखों का स्टॉक न रखे।
अधिकारियों का कहना है कि अगर कोई भी व्यक्ति अवैध पटाखे बनाता, बेचता या खरीदता पाया गया, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस सड़कों पर उतरकर व्यापारियों और नागरिकों से संवाद कर रही है ताकि किसी को भी यह भ्रम न रहे कि प्रतिबंध सिर्फ शहर तक सीमित है।
इस अभियान का उद्देश्य है कि दीपावली के मौके पर कोई अप्रिय घटना न हो, साथ ही पर्यावरण और सुरक्षा दोनों की रक्षा की जा सके।

एसएसपी ने दी चेतावनी, कहा — “कानूनी कार्रवाई से बचें”
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) के एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने साफ शब्दों में कहा है कि जिले में किसी भी तरह का पटाखा व्यापार या उत्पादन पूरी तरह गैरकानूनी है। उन्होंने कहा —
“मैं सभी व्यापारियों और जनपदवासियों से अपील करता हूं कि मुजफ्फरनगर एनसीआर क्षेत्र में आता है। माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के क्रम में कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार का पटाखा न तो दुकान पर रखे, न भंडारण करे, न विक्रय करे और न ही उसका उत्पादन करे। अन्यथा उसके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने आगे कहा कि पुलिस और प्रशासन दोनों की ओर से मीडिया और अखबारों के माध्यम से लगातार अपील की जा रही है कि लोग किसी अवैध गतिविधि में शामिल न हों।
“ऐसा कोई कार्य न करें जो अवैध हो या जिससे मुकदमा दर्ज करना पड़े। दीपावली का त्योहार शांति और खुशियों से मनाएं, न कि कानून तोड़कर।”
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रशासन का कदम
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिला प्रशासन का यह कदम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हर वर्ष दीपावली के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है, जिससे एनसीआर क्षेत्र में वायु गुणवत्ता बेहद खराब हो जाती है। इसी कारण सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी ने कई साल पहले ही पटाखों पर प्रतिबंध लगाया था।
अब मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) प्रशासन इस आदेश को सख्ती से लागू करने के मूड में है। पुलिस की ओर से लगातार छापेमारी और निगरानी से यह स्पष्ट हो गया है कि इस बार दीपावली हरित और सुरक्षित होगी।
व्यापारियों में निराशा, लेकिन सुरक्षा सर्वोपरि
हालांकि, प्रतिबंध के कारण पटाखा व्यापारियों में मायूसी है। उनका कहना है कि हर साल दीपावली पर यही कारोबार उनकी मुख्य आमदनी का स्रोत होता था। लेकिन प्रशासन का कहना है कि सुरक्षा और पर्यावरण किसी भी आर्थिक लाभ से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।
फिलहाल पुलिस की सख्ती और प्रशासन की चौकसी से यह तय है कि इस बार मुजफ्फरनगर में दीपावली बगैर पटाखों के ही मनाई जाएगी।