ब्यूरो रिपोर्टः संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा के बाद शुरू हुई सियासी जंग अब संसद तक पहुंच गई है। इस मसले पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मंगलवार को संसद भवन में अपनी बात जमकर रखी और सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि यह घटनाएँ सांप्रदायिक उन्माद को बढ़ावा देने वाली हैं और इसका उद्देश्य समाज में नफरत फैलाना है।
Akhilesh Yadav का बड़ा बयान आया सामने
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सरकार से सवाल किया कि आखिर क्यों ऐसी घटनाओं पर तत्काल कार्रवाई नहीं की जाती और क्यों मस्जिदों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि इस तरह की हिंसा से केवल समाज में विभाजन बढ़ेगा और यह देश की एकता और अखंडता के लिए खतरे का कारण बनेगा।
उन्होंने सरकार से मांग की कि इस मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से यह भी आग्रह किया कि वे इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाएं, ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो।
यह मसला अब राजनीति के स्तर पर भी गर्म हो गया है और विपक्षी दल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए तैयार हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मंगलवार को संसद में कहा कि संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा एक साजिश का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य समाज में भय और नफरत फैलाना है।
उन्होंने इस घटना को लेकर बीजेपी और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि ऐसी घटनाओं से समाज में सांप्रदायिक तनाव बढ़ता है, जो पूरे देश की शांति और सद्भाव के लिए खतरा बन सकता है। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने यह भी कहा कि यदि सरकार इस मुद्दे पर चुप रही, तो इसका मतलब यह होगा कि वह इन घटनाओं को बढ़ावा दे रही है।
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उन्होंने संसद में मांग की कि इस हिंसा की जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उनके इस बयान ने पूरे मामले को और तूल दे दिया है और अब यह मुद्दा संसद में भी गरमा गया है।