Shamli Me Pashu Palan Vibhag KI Badi Laparwahi Aayi SaamneShamli Me Pashu Palan Vibhag KI Badi Laparwahi Aayi Saamne
शामली संवाददाता (दीपक राठी) : उत्तर प्रदेश के जनपद शामली (Shamli) में पशुपालन विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहाँ पिछले लगभग एक वर्ष से बिना किसी पंजीकरण और बिना अनुमति के पशुओं का सीमन कलेक्शन सेंटर संचालित किया जा रहा है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जिलाधिकारी के निर्देशों, फर्जी सेंटर को तुरंत बंद करने और संचालक पर FIR दर्ज कराने के आदेश के बावजूद सेंटर बिना रोक-टोक चालू है।
किसानों ने इस मुद्दे को करीब दो माह पूर्व किसान दिवस में जिलाधिकारी के सामने उठाया था, जिसके बाद डीएम ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। लेकिन तीन दिन बीत जाने के बावजूद न तो सेंटर बंद कराया गया और न ही संचालक के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई।

गांव मनुगढ़ में हरियाणा निवासी कर रहा संचालन
शामली (Shamli) जिले का पूरा मामला झिंझाना थाना क्षेत्र के मेरठ-करनाल मार्ग स्थित गांव मनुगढ़ का है, जहाँ एक हरियाणा निवासी व्यक्ति द्वारा यह सेंटर चलाया जा रहा है।
सेंटर में लगभग छह दर्जन विभिन्न नस्लों के नर पशु रखे गए हैं। आरोप है कि इन पशुओं को उत्तेजक दवाएं देकर उनका सीमन लिया जाता है और फिर उसे विभिन्न स्थानों पर मोटे मुनाफे में बेचा जाता है।
शामली (Shamli) के झिंझाना का यह मामला तब सामने आया जब एक किसान ने इसकी शिकायत कलेक्ट्रेट में आयोजित किसान दिवस के दौरान जिलाधिकारी अरविंद कुमार चौहान से की। किसान ने आरोप लगाया कि यह सीमन कलेक्शन सेंटर पूरी तरह फर्जी है और संचालक के पास किसी भी तरह का प्रमाणित दस्तावेज उपलब्ध नहीं है, जिससे यह साबित हो कि वह इस प्रकार का कार्य करने का अधिकार रखता है।
पशुओं में संक्रमण का खतरा, किसानों की फसल व पशुधन पर संकट
शामली (Shamli) के किसान ने यह भी आरोप लगाया कि सेंटर में कोई प्रशिक्षित पशु चिकित्सक मौजूद नहीं है और न ही इसकी जानकारी पशुपालन विभाग को दी गई है।
सेंटर में मौजूद कई पशु संक्रमित बताए जा रहे हैं। ऐसे में बिना परीक्षण के लिए गए सीमन को यदि किसानों के पशुओं में लगाया जाता है तो उनके भी संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है। यह सीधे-सीधे किसानों के पशुधन और आर्थिक स्थिति पर बड़ा खतरा बन सकता है।
DM ने लगाई थी फटकार, फिर भी नहीं हुई कार्रवाई
शामली (Shamli) में किसान दिवस के दौरान शिकायत सुनते ही जिलाधिकारी अरविंद कुमार चौहान ने पशुपालन विभाग के डिप्टी को कड़ी फटकार लगाई थी और तत्काल प्रभाव से सेंटर बंद कराने तथा FIR दर्ज करने के निर्देश दिए थे।
इसके बावजूद तीन दिन बीतने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई न होने से पशुपालन विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय किसानों में भी विभाग के खिलाफ गहरी नाराजगी देखी जा रही है।
किसान संजीव राठी का बयान
शामली (Shamli) के किसान संजीव राठी का कहना है कि,
“एक साल से फर्जी सेंटर चल रहा है, विभाग को सब पता है, लेकिन किसी ने कार्रवाई नहीं की। संक्रमित पशुओं से लिया जा रहा सीमन पूरे क्षेत्र के लिए खतरा है।”
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने दी सफाई
शामली (Shamli) जिले के इस पूरे मामले में जब मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी (CVO) डॉ. चंद्रभानु कश्यप से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सेंटर को बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि झिंझाना SO से टाइम लिया जा रहा है ताकि पुलिस तथा ड्रग इंस्पेक्टर के साथ संयुक्त टीम मौके पर जाकर सेंटर को सील कर सके।
शामली (Shamli) CVO के अनुसार, संचालक से सभी जरूरी दस्तावेज और लैब रिपोर्ट मांगी गई थीं, लेकिन वह कोई भी प्रमाणित साक्ष्य उपलब्ध नहीं कर पाया, जिससे स्पष्ट हो गया कि यह सेंटर पूरी तरह अवैध है।
अब कार्रवाई का इंतजार
शामली (Shamli) लंबे समय से अवैध रूप से संचालित हो रहे इस फर्जी सीमन कलेक्शन सेंटर पर कार्रवाई कब होती है, यह देखने वाली बात होगी। किसानों की मांग है कि न केवल सेंटर को तुरंत बंद कराया जाए बल्कि इसमें शामिल सभी लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसे अवैध सेंटर दोबारा न चल सकें।