Baghpat में बेरोजगार महिलाओं के लिए बड़ा तोहफा, आर्थिक सशक्तिकरण की योजना लागू!
ब्यूरो रिपोर्टः उत्तर प्रदेश के Baghpat जिले में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हजारों महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जाएगा। बता दे कि इसके लिए 95 बीआरपी तथा डीआरपी नियुक्त होंगी। यह महिलाओं के ज्ञान और कौशल को निखारने का काम करेंगी। Baghpat में छह हजार स्वयं सहायता समूहों की 60 हजार महिला सदस्य हैं। इनमें काफी महिलाएं स्वरोजगार कर रही हैं, मगर काफी महिलाएं बेरोजगार हैं।
Baghpat में आर्थिक सशक्तिकरण की योजना लागू
काफी बेरोजगार महिलाओं में स्वरोजगार करने का जज्बा भी है, लेकिन सही जानकारी नहीं होने की वजह से कारोबार नहीं कर पा रहीं। इनकी स्वरोजगार की राह आसान करने के लिए अब उप्र ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत प्रत्येक ब्लॉक पर 14 बीआरपी यानी कुल 84 बीआरपी व 11 डीआरपी नियुक्त की जाएंगी। इनकी नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
बेरोजगार महिलाओं के लिए बड़ा तोहफा
लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली महिलाओं की बीआरपी तथा डीआरपी पदों के लिए नियुक्ति होंगी। नियुक्ति के बाद इन्हें कार्य करने का प्रशिक्षण मिलेगा। इसके बाद बीआरपी तथा डीआरपी स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं का प्रशिक्षण देंगी। महिलाओं को दुग्ध उत्पादन, ब्यूटी पार्लर, जैविक सब्जी एवं अन्न उत्पादन तथा रोजगार करने की जानकारी देंगी।
Baghpat में सरकारी योजनाओं की जानकारी और उनका लाभ उठाने की जानकारी देने का कार्य भी करेंगी। बीआरपी को प्रति व्याख्यान 750 रुपये तथा डीआरपी को प्रति व्याख्यान 2500 रुपये पारिश्रमिक मिलेगा। Baghpat में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार कराकर आत्मनिर्भर बनाने के लिए बीआरपी तथा डीआरपी की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

95 बीआरपी व डीआरपी नियुक्त
उत्तर प्रदेश के Baghpat जिले में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण एक बहुत ही महत्वपूर्ण और सकारात्मक पहल है। 95 बीआरपी तथा डीआरपी की नियुक्ति से इन महिलाओं को व्यवसायिक ज्ञान और कौशल प्राप्त होगा, जिससे वे अपने स्वरोजगार के सपने पूरे कर सकेंगी।
6 हजार स्वयं सहायता समूह और 60 हजार महिलाएं
यूपी के Baghpat के छह हजार स्वयं सहायता समूहों की 60 हजार महिला सदस्य इस योजना से आर्थिक रूप से मजबूत बनेंगी और बेरोजगारी की समस्या कम होगी। यह कदम न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएगा, बल्कि पूरे जिले की आर्थिक प्रगति में भी सहायक होगा।
स्वरोजगार की दिशा में महिलाओं का जज्बा और सही जानकारी मिलने पर उनका जीवन स्तर बेहतर होगा। इसलिए, यह योजना बागपत में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण का एक बड़ा अवसर साबित होगी।