Bijnor में गंगा नदी में नहाने गए 5 दोस्तों में से 2 की डूबने से मौत – पूरी खबर!
ब्यूरो रिपोर्टः खबर यूपी के Bijnor से है, जहां गर्मी से राहत पाने के लिए गंगा नदी में नहाने गए पांच दोस्तों में से दो की डूबने से मौत हो गई। मृतकों की पहचान मंडावर के मोहल्ला कस्साबान निवासी समीर और तनवीर के रूप में हुई है। शुक्रवार को समीर, तनवीर, अमन, अनस और तैय्यब मीरापुर खादर में गंगा नदी किनारे पहुंचे।
Bijnor में गंगा में डूबने से मौत एक गंभीर चेतावनी
वहां खड़ी एक नाव पर चढ़कर वे नदी में छलांग लगाने लगे। समीर और तनवीर ने नाव से छलांग लगाई और गहरे पानी में चले गए। वे बाहर नहीं निकल सके। उनके तीन दोस्तों ने मदद के लिए आवाज लगाई, लेकिन वहां कोई नहीं था। सूचना मिलते ही Bijnor सीओ संग्राम सिंह और मंडावर पुलिस मौके पर पहुंची।
स्थानीय लोगों और पुलिस की कार्रवाई
गोताखोरों की मदद से दोनों को बाहर निकाला गया। वही Bijnor के अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक समीर पांच बहनों का इकलौता भाई था। दोनों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है। Bijnor सीओ संग्राम सिंह ने बताया कि गंगा में डूबने से दोनों किशोरों की मौत हुई है और शव बरामद कर लिए गए हैं।

सुरक्षा उपायों की आवश्यकता
दरअसल इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि नदी में नहाने के दौरान सुरक्षा उपायों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है। Bijnor प्रशासन और पुलिस को चाहिए कि वे नदी किनारे चेतावनी बोर्ड लगाएं और लोगों को सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक करें। साथ ही, गोताखोरों की टीम को तैनात कर नदी में नहाने वालों की निगरानी करनी चाहिए।
घटना कैसे हुई – हादसे की पूरी कहानी
Bijnor की यह घटना हमें एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि किस तरह सावधानी की छोटी-सी कमी एक बड़ी त्रासदी का रूप ले सकती है। गर्मी से राहत पाने के लिए गंगा नदी में नहाने गए पांच दोस्तों में से दो की डूबने से मौत होना न सिर्फ उनके परिवारों के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए गहरा सदमा है।
गर्मी से राहत पाने के लिए लोग नदियों, तालाबों या जलाशयों की ओर रुख करते हैं, लेकिन सुरक्षा नियमों की अनदेखी उन्हें मौत के मुंह में धकेल देती है। समीर और तनवीर की तरह हर साल कई युवा ऐसे ही हादसों का शिकार हो जाते हैं, जो एक छोटी सी लापरवाही की बड़ी कीमत चुका बैठते हैं।
यूपी के Bijnor में गंगा नदी में नहाने गए पांच दोस्तों में से दो की डूबने से मौत केवल एक हादसा नहीं, बल्कि एक कड़वी सच्चाई है जो हमें बार-बार याद दिलाती है कि लापरवाही की कीमत जान से चुकानी पड़ सकती है। समीर और तनवीर की जान गई क्योंकि उन्होंने सुरक्षा के बुनियादी नियमों को नजरअंदाज किया।
नाव से छलांग लगाना, बिना किसी सुरक्षा उपकरण के गहरे पानी में उतरना और नदी की गंभीरता को हल्के में लेना – ये सभी फैसले उनके लिए जानलेवा साबित हुए।