Bijnor में गुलदार का आतंक: पिता-पुत्र पर जानलेवा हमला, ग्रामीणों में दहशत
महेंद्र ढाका (संवाददाता): Bijnor जिले के थाना चांदपुर क्षेत्र के गांव चौधेड़ी में गुलदार ने खेत में काम कर रहे पिता-पुत्र पर जानलेवा हमला किया। यह घटना क्षेत्र के ग्रामीणों में भारी दहशत का कारण बन गई है। पिछले एक महीने से गुलदार का आतंक बढ़ चुका है और यह हमला गांव में तीसरी ऐसी घटना है, जिसमें लोगों को अपनी जान की सलामती को लेकर चिंता हो रही है।
Bijnor के गुलदार के आतंक से प्रभावित क्षेत्र के लोग
गुलदार द्वारा किए गए इस जानलेवा हमले से पहले भी कई घटनाएं हो चुकी हैं। एक माह पहले ही इसी गांव में गुलदार ने एक महिला को मौत के घाट उतार दिया था। इसके अलावा, पांच दिन पहले भी गुलदार ने दो किसानों पर हमला किया था। इस लगातार बढ़ते हमलों से गांव में भय का माहौल है और लोग अपने घरों में बंद रहने को मजबूर हो गए हैं।
वन विभाग की कार्रवाई और ग्रामीणों की मांग
इस हमले के बाद वन विभाग की टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। हालांकि, गुलदार को पकड़ने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्दी इस आदमखोर गुलदार को नहीं पकड़ा गया, तो और भी हमले हो सकते हैं। उन्होंने वन विभाग से तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है।
जंगल में बढ़ते गुलदार के हमले – क्या है समाधान?
गुलदार के हमले के बढ़ने से Bijnor के गांव में जीवन असुरक्षित हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता हो रही है। अब वे यह चाहते हैं कि वन विभाग जल्दी से जल्दी इस गुलदार को पकड़ने के लिए और कड़े कदम उठाए। अगर गुलदार को नहीं पकड़ा गया तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
गुलदार के हमले से होने वाली समस्याएं और असर
गुलदार के हमले ने न केवल ग्रामीणों की सुरक्षा को खतरे में डाला है, बल्कि इसका सीधा असर क्षेत्र की कृषि कार्यों पर भी पड़ा है। खेतों में काम करने के दौरान किसान अब गुलदार के डर से असुरक्षित महसूस करते हैं। इससे उनकी मेहनत पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है, क्योंकि किसान अब दिन-रात गुलदार के हमले से डरते हुए खेतों में काम कर रहे हैं।

क्या इस गुलदार का आतंक कभी खत्म होगा?
ग्रामीणों का यह सवाल है कि गुलदार का आतंक कब खत्म होगा? क्या वन विभाग इसे जल्दी पकड़ पाएगा? इन सवालों का जवाब जल्द ही मिलने की उम्मीद है, ताकि Bijnor क्षेत्र के लोग फिर से सुरक्षित महसूस कर सकें। इसके लिए वन विभाग को सक्रिय रूप से इस समस्या का समाधान निकालना होगा।
भविष्य में क्या कदम उठाए जाएंगे?
गांव के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि वन विभाग जल्दी से जल्दी इस गुलदार को पकड़ने में सफल होगा। हालांकि, इसके लिए वन विभाग को और अधिक ध्यान देने की जरूरत है। आने वाले समय में क्या कदम उठाए जाएंगे, यह देखना बाकी है। ग्रामीणों की सुरक्षा और इलाके की स्थिति को देखते हुए, वन विभाग को जल्द से जल्द जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है।
Bijnor के गांव चौधेड़ी में गुलदार के द्वारा किया गया लगातार हमलों का सिलसिला ग्रामीणों के लिए चिंता का विषय बन चुका है। पिछले एक महीने में कई घटनाएं घट चुकी हैं, जिसमें एक महिला की मौत और दो किसानों पर हमला शामिल है। इन हमलों से ग्रामीणों में भय का माहौल है और उनका मानना है कि इस आदमखोर गुलदार को तुरंत पकड़ा जाए ताकि क्षेत्र के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
Bijnor में वन विभाग की टीम ने घटनास्थल का दौरा किया है, लेकिन ग्रामीणों का यह कहना है कि ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्हें उम्मीद है कि वन विभाग जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करेगा। साथ ही, ग्रामीणों ने अपनी सुरक्षा के लिए वन विभाग से सख्त कदम उठाने की मांग की है। अगर समय रहते इस गुलदार को नहीं पकड़ा गया, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
अंततः, Bijnor में गुलदार के आतंक को रोकने के लिए वन विभाग को अधिक सक्रिय और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके और ग्रामीणों को सुरक्षित महसूस हो सके।