अचानक छूने पर करंट? 5 आसान उपाय जो आपको बचाएंगे!
गर्मी का मौसम शुरू होते ही एक अजीब समस्या लोगों के बीच चर्चा का विषय बन जाती है। कई लोग शिकायत करते हैं कि उठते-बैठते या किसी मेटल ऑब्जेक्ट जैसे दरवाजे का हैंडल, पानी का नल, या कार की बॉडी को छूते वक्त उन्हें बिजली का झटका लगता है। यह परेशानी गर्मियों में खासतौर पर बढ़ जाती है।
सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर इसके लिए कई कारण गिनाए जाते हैं – 5G रेडिएशन से लेकर बढ़ते प्रदूषण तक। लेकिन क्या यह सच है? क्या वाकई मोबाइल रेडिएशन इसके पीछे है? आइए, इस लेख में हम स्थैतिक बिजली (स्टेटिक इलेक्ट्रिसिटी) की सच्चाई को समझते हैं और जानते हैं कि गर्मी में यह झटका क्यों लगता है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
बिजली का झटका क्या है? आसान भाषा में समझें
इलेक्ट्रिक शॉक या बिजली का झटका कोई अनजानी चीज नहीं है। आपने कभी गलती से बिजली के तार या खराब इलेक्ट्रिक उपकरण को छूकर इसका अनुभव जरूर किया होगा।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह झटका आखिर क्यों लगता है? दरअसल, बिजली कुछ और नहीं, बल्कि इलेक्ट्रॉन्स का प्रवाह है। ये वही इलेक्ट्रॉन्स हैं जो परमाणु के चारों ओर अपनी कक्षा में चक्कर लगाते रहते हैं। जब ये किसी सर्किट में बहते हैं, तो हम इसे इलेक्ट्रिसिटी कहते हैं।
लेकिन ये इलेक्ट्रॉन्स बहते क्यों हैं? इसका जवाब है चार्ज का असंतुलन। इसे आसान शब्दों में समझें: मान लीजिए दो पानी की टंकियां हैं – एक में पानी ज्यादा है और दूसरी में कम।
अगर इन्हें पाइप से जोड़ा जाए, तो पानी ज्यादा वाली टंकी से कम वाली टंकी की ओर बहेगा। ठीक वैसे ही, इलेक्ट्रॉन्स भी ज्यादा चार्ज वाली जगह से कम चार्ज वाली जगह की ओर बहते हैं। इसके लिए उन्हें एक माध्यम चाहिए होता है, जिसे हम कंडक्टर कहते हैं।
कंडक्टर क्या होता है और हमारा शरीर इसमें कैसे शामिल है?
कंडक्टर वह माध्यम है जो इलेक्ट्रॉन्स को आसानी से बहने देता है। धातुएं जैसे लोहा, तांबा, और स्टील अच्छे कंडक्टर हैं क्योंकि इनमें ढेर सारे मुक्त इलेक्ट्रॉन्स मौजूद होते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारा शरीर भी बिजली का एक ठीक-ठाक कंडक्टर है? इसका कारण है हमारे शरीर में मौजूद पानी। शुद्ध पानी बिजली का अच्छा कंडक्टर नहीं होता, लेकिन हमारे शरीर में पानी के साथ मिनरल्स मिले होते हैं, जो इसे कंडक्टर बना देते हैं।
जब हम किसी बिजली के तार को छूते हैं जिसमें करंट चल रहा होता है, तो इलेक्ट्रॉन्स हमारे शरीर से होकर बहने लगते हैं, जिससे हमें झटका लगता है। लेकिन गर्मियों में लगने वाला झटका घर की बिजली से अलग होता है। यह स्थैतिक बिजली (स्टेटिक इलेक्ट्रिसिटी) की वजह से होता है।
गर्मी में अचानक छूने पर करंट लग रहा है? स्थैतिक बिजली क्यों बढ़ती है? जानें कारण
1. हवा में नमी की कमी
गर्मियों में हवा बेहद सूखी हो जाती है और नमी का स्तर कम हो जाता है। सामान्य दिनों में हवा की नमी चार्ज को धीरे-धीरे खत्म कर देती है, लेकिन गर्मी में ऐसा नहीं होता। इससे स्थैतिक बिजली हमारे शरीर पर जमा हो जाती है। जब हम किसी धातु को छूते हैं, तो यह चार्ज तेजी से बहता है और हमें झटका लगता है।
2. सिंथेटिक कपड़ों का प्रभाव
गर्मी में लोग हल्के और पतले सिंथेटिक कपड़े पहनते हैं। ये कपड़े घर्षण से चार्ज का असंतुलन पैदा करते हैं। उदाहरण के लिए, जब आप ऐसे कपड़े पहनकर बिस्तर पर करवट बदलते हैं या सोफे से उठते हैं, तो चार्ज जमा हो जाता है, जो धातु छूते ही बाहर निकलता है।
3. उच्च तापमान और उपकरणों पर असर
गर्मियों में उच्च तापमान की वजह से बिजली के उपकरणों पर दबाव बढ़ता है। इससे उनके अंदर करंट का प्रवाह असामान्य हो सकता है, जिससे झटके की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, ज्यादातर मामलों में गर्मी का झटका स्टेटिक इलेक्ट्रिसिटी से ही होता है।
4. घर्षण से चार्ज का निर्माण
जैसे सर्दियों में सूखे बालों में कंघी करने से चार्ज बनता है, वैसे ही गर्मियों में कार की सीट, बिस्तर, या फर्श पर घर्षण से आपके शरीर में चार्ज जमा हो जाता है। यह चार्ज हजारों वोल्ट तक पहुंच सकता है, लेकिन यह इतने कम समय (माइक्रोसेकंड) के लिए होता है कि नुकसान नहीं करता।
गर्मी में करंट से बचने के आसान उपाय
1. चार्ज को ग्राउंड करें
बिस्तर, सोफे, या कार से उठने से पहले दीवार को छू लें या पैर जमीन पर रखें। इससे शरीर में जमा चार्ज ग्राउंड हो जाएगा और आपको झटका नहीं लगेगा।
2. ह्यूमिडिफायर का उपयोग
घर में ह्यूमिडिफायर लगाएं ताकि हवा में नमी बनी रहे। यह स्थैतिक बिजली को जमा होने से रोकेगा।
3. सही कपड़े चुनें
सिंथेटिक कपड़ों की जगह सूती कपड़े पहनें। सूती कपड़े घर्षण से कम चार्ज पैदा करते हैं और झटके से बचाते हैं।
4. त्वचा को नम रखें
सूखी त्वचा पर चार्ज ज्यादा जमा होता है। मॉइस्चराइजर या लोशन का इस्तेमाल करें ताकि त्वचा में नमी बनी रहे और स्थैतिक बिजली कम हो।
5. कार से उतरते वक्त सावधानी
कार से उतरते समय धातु को पहले से पकड़ें ताकि चार्ज धीरे-धीरे निकल जाए। इससे अचानक झटका नहीं लगेगा।
निष्कर्ष – गर्मी में झटके से डरने की जरूरत नहीं
तो दोस्तों, अब आप समझ गए होंगे कि गर्मी में करंट लगना कोई रहस्य नहीं है। यह स्थैतिक बिजली का नतीजा है, जो सूखी हवा, घर्षण, और चार्ज के असंतुलन से पैदा होता है। इसका 5G रेडिएशन या प्रदूषण से कोई लेना-देना नहीं है।
यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसे ऊपर बताए गए आसान उपायों से रोका जा सकता है। अगर यह जानकारी आपको पसंद आई, तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और गर्मियों को बिना झटके के एंजॉय करें!