Sharab Ke Nashe Current Se Jhulsa Yuvak (Bijnor)
बिजनौर (संवाददाता महेंद्र सिंह) : बिजनौर (Bijnor) जनपद के अफजलगढ़ थाना क्षेत्र के जिकरीवाला गांव में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब नशे की हालत में एक युवक हाई-वोल्टेज ट्रांसफार्मर के संपर्क में आकर बुरी तरह झुलस गया। घटना शुक्रवार देर शाम की बताई जा रही है। मौके पर मौजूद ग्रामीणों के अनुसार, घटना किसी घरेलू विवाद का हिस्सा थी, जो अचानक भयावह मोड़ में बदल गई।
ग्रामीणों के मुताबिक गांव में एक पति-पत्नी के बीच झगड़ा हो रहा था। उसी दौरान मोहल्ले का एक युवक, जो शराब के नशे में था, वहां पहुंच गया। विवाद को शांत कराने की नीयत थी या नशे में वह दिशा-भ्रमित हुआ—इस बात पर अभी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी है, लेकिन अचानक वह पास में लगे ट्रांसफार्मर की ओर बढ़ गया और ऊपर के तारों की चपेट में आ गया।

हाई-वोल्टेज करंट से युवक बुरी तरह झुलसा, चीख-पुकार सुनकर दौड़े ग्रामीण
बिजनौर (Bijnor) के जिकरीवाला गांव से प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जैसे ही युवक बिजली के खुले तारों के संपर्क में आया, एक तेज धमाका हुआ और युवक नीचे गिर पड़ा। उसके शरीर पर गंभीर जलन के निशान दिखाई दे रहे थे। युवक की चीख-पुकार सुनकर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए।
ग्रामीणों ने तुरंत डायल-112 पर सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों की मदद से घायल युवक को अफजलगढ़ स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचाया गया। यहां मौजूद चिकित्सकों ने हालत नाजुक बताते हुए उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया। युवक के शरीर पर 50 प्रतिशत से अधिक झुलसन की जानकारी मिली है।
चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि हाई-टेंशन तारों की चपेट में आने से शरीर के महत्वपूर्ण अंग गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं, और समय पर बड़े अस्पताल में उपचार जरूरी है।
गांव में फैली दहशत, खुले विद्युत ढांचे पर भी उठे सवाल
बिजनौर (Bijnor) जिले में घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि ट्रांसफार्मर के आसपास सुरक्षा प्रबंध नाकाफी हैं। कई बार ग्रामीणों ने बिजली विभाग को पत्र लिखकर सुरक्षा घेरा और तारों की ऊंचाई सुधारने की मांग की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
ग्रामीण राजवीर ने बताया,
“यह ट्रांसफार्मर गांव के बीचों-बीच लगा है। न तो आसपास सुरक्षा की जाली है और न ही चेतावनी बोर्ड। बच्चे और लोग कई बार इससे कुछ ही दूरी पर से गुजरते हैं, और हमेशा खतरा बना रहता है।”
बिजनौर (Bijnor) जिले के स्थानीय लोगों का कहना है कि यह हादसा सिर्फ लापरवाही और खुले विद्युत ढांचे का परिणाम है। यदि ट्रांसफार्मर के आसपास सुरक्षा मानकों के अनुसार बाउंड्री लगी होती, तो ऐसा हादसा टाला जा सकता था।
पुलिस ने घटनास्थल का किया निरीक्षण, जांच शुरू
डायल-112 पुलिस टीम ने मौके का निरीक्षण कर परिस्थितियों की जानकारी जुटाई है। पुलिस अब यह भी पता कर रही है कि युवक ट्रांसफार्मर के इतने करीब कैसे पहुंचा और क्या किसी की लापरवाही या जानबूझकर उकसाने जैसी कोई स्थिति तो नहीं थी।
बिजनौर (Bijnor) की थाना अफजलगढ़ पुलिस ने बताया कि फिलहाल मामला गंभीर चोट का है और युवक की हालत स्थिर होने के बाद उसका बयान लिया जाएगा।
“घायल के बयान और प्रत्यक्षदर्शियों की जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी,”—पुलिस टीम ने बताया।
विद्युत विभाग पर कार्रवाई की मांग तेज
बिजनौर (Bijnor) की इस घटना के बाद ग्रामीणों में विद्युत विभाग के प्रति नाराजगी बढ़ गई है। लोगों ने कहा कि पिछले कई वर्षों से इस ट्रांसफार्मर से जुड़े हादसे होते रहे हैं, लेकिन विभाग केवल मरम्मत तक सीमित रहता है। सुरक्षा मानकों का पालन न करना ग्रामीणों की जान के लिए बड़ा खतरा है।
बिजनौर (Bijnor) के ग्रामीणों ने मांग की है कि—
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ट्रांसफार्मर के आसपास मजबूत सुरक्षा घेरा लगे
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ऊँचे और सुरक्षित पोल लगाए जाएं
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नियमित निरीक्षण हो
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गांव के बीचों-बीच लगे खतरनाक ढांचे को शिफ्ट किया जाए
बिजनौर (Bijnor) जिले की इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि खुले इलेक्ट्रिक ढांचे और बिजली विभाग की लापरवाही किस तरह लोगों की जान के लिए बड़ा खतरा बन चुकी है। नशे में युवक का ट्रांसफार्मर के तारों की चपेट में आना एक दर्दनाक घटना है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि इसे समय रहते सुरक्षा इंतजाम किए जाते तो टाला जा सकता था। अब सवाल यह है कि क्या विभाग जागेगा, या फिर अगला हादसा किसी और की जिंदगी छीन लेगा।