ब्यूरो रिपोर्ट…. पित्ताशय (Gallbladder) यानि पित्त की थैली की पथरी, जिसे पित्ताशय (Gallbladder) की पथरी भी कहा जाता है। यह परेशानी किसी भी व्यत्ति को तब होती है, जब पित्त में कोलेस्ट्रॉल या बिलीरुबिन की मात्रा काफी ज्यादा हो जाती है। इस स्थिति में पित्त की थैली में एक या उससे अधिक छोटे से मार्बल से लेकर गोल्फ की गेंद के आकार तक की पथरी हो सकती है।
पित्त की थैली में किस तरह फायदेमंद है नींबू का रस?
पित्त की थैली में होने वाली पथरी की परेशानी को कम करने के लिए आप नैचुरल उपायों का सहारा ले सकते हैं, जिसमें नींबू का रस भी शामिल है। हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि नींबू का रस आपके पित्त की थैली में मौजूद पथरी को पूरी तरह से नहीं निकाल सकता है। यह सिर्फ पथरी के दौरान होने वाली दिक्कतों जैसे- पेट में दर्द, गैस, अपच इत्यादि को कम कर सकता है।
किस तरह करें नींबू के रस का सेवन?
पित्त की थैली में होने वाली पथरी के लक्षणों को कम करने के लिए आप नींबू के रस का सेवनकर सकते हैं। आइए जानते हैं किस तरह करें इसका सेवन?
गुनगुने पानी के साथ पिएं नींबू का रस
पित्ताशय (Gallbladder) की थैली में पथरी होने की स्थिति में आप गुनगुने पानी के साथ नींबू का रस पिएं। इसके लिए 1 गिलास गुनागुना पानी लें, इसमें 1 चम्मच करीब नींबू का रस मिलाएं। इसके बाद इसे खाली पेट पिएं। यह पथरी के दौरान होने वाली गैस, पेट फूलने की शिकायत इत्यादि को दूर कर सकता है। साथ ही आपके कमजोर मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा दे सकता है।
नींबू का रस और शहद
पित्थ की थैली में पथरी होने की स्थिति में नींबू के रस को आप शहद के साथ ले सकते हैं। इसके लिए 1 चम्मच नींबू के रस में थोड़ा सा शहद मिक्स कर लें। इसके बाद इसे गुनगुने पानी के साथ पिएं। इसका सेवन करने से आपकी परेशानी काफी हद तक कम हो सकती है।
कितनी बार पिएं नींबू का रस?
गॉलब्लैडर (Gallbladder) स्टोन होने पर आप दिन में दो से तीन बार नींबू का रस ले सकते हैं। हालांकि, सुबह खाली पेट इसका सेवन करना आपके लिए हेल्दी हो सकता है।
यह भी पढ़ेः brain को नुकसान पहुंचा सकती हैं ज्यादा नींद ; जानें कितनी देर सोना है सही