Hapur में गैस पाइपलाइन दबाने के दौरान दो कामगारों की जान बचाई!
सोनू चौधरी (संवाददाता): यूपी के Hapur जिले के गढ़मुक्तेश्वर में बुधवार को एक गंभीर हादसा हुआ, जब स्याना चौपला के पास गैस पाइपलाइन दबाने के लिए खोदी जा रही खाई में दो कामगार वेल्डिंग करते समय अचानक मिट्टी की ढांग गिरने से दब गए। यह घटना उस समय घटी जब करीब 10 फीट गहरा गड्ढा खोदा जा रहा था।
स्थानीय लोगों ने की शोर मचाने से प्रशासन को सूचित किया
जब कामगारों के दबने की सूचना आसपास के लोगों को मिली, तो उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया और प्रशासन को सूचित किया। इससे प्रशासन की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया है।
Hapur प्रशासन ने 4 घंटे की कड़ी मेहनत से कामगारों को निकाला
मिट्टी के भारी ढांग के नीचे दबे दोनों कामगारों को निकालने के लिए Hapur प्रशासन ने करीब 4 घंटे तक कड़ी मशक्कत की। बाद में दोनों कामगारों को गंभीर हालत में अस्पताल भेजा गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। Hapur प्रशासन की तत्परता से दोनों कामगारों की जान बचाई जा सकी।
पुलिस प्रशासन की जांच, लापरवाही होने पर कार्रवाई का आश्वासन
Hapur पुलिस क्षेत्राधिकारी आशुतोष ने इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि घटना की जांच की जाएगी। यदि कहीं भी लापरवाही सामने आती है, तो प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि कामगारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है।

गढ़मुक्तेश्वर में सुरक्षा उपायों पर सवाल उठते हैं
बता दे कि यह घटना एक बार फिर से सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर करती है। अगर कामकाजी स्थलों पर सुरक्षा की उचित व्यवस्था होती, तो इस प्रकार की घटना से बचा जा सकता था। इस घटना ने निर्माण कार्यों में काम कर रहे श्रमिकों की सुरक्षा के महत्व को फिर से रेखांकित किया है।
प्रशासन की तत्परता से बची कामगारों की जान
Hapur के गढ़मुक्तेश्वर में प्रशासन की तत्परता और उनके समय पर पहुंचने के कारण ही दोनों कामगारों की जान बचाई जा सकी। दरअसल यह घटना दर्शाती है कि यदि Hapur प्रशासन और स्थानीय लोगों का सहयोग हो, तो किसी भी बड़ी घटना से बचा जा सकता है।
Hapur के गढ़मुक्तेश्वर में गैस पाइपलाइन दबाने के दौरान हुए इस हादसे ने एक बार फिर कामकाजी स्थलों पर सुरक्षा उपायों की अहमियत को उजागर किया। दो कामगारों के दबने की घटना ने Hapur प्रशासन की तत्परता और प्रयासों को सामने रखा, जिन्होंने चार घंटे की कड़ी मेहनत के बाद दोनों कामगारों की जान बचाई। हालांकि, यह घटना सुरक्षा मानकों की कमी और लापरवाही की ओर भी इशारा करती है।
Hapur पुलिस प्रशासन ने जांच का वादा किया है, और यदि लापरवाही सामने आती है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि निर्माण कार्यों में काम करने वाले श्रमिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। सुरक्षा उपायों को और प्रभावी बनाने के लिए प्रशासन और निर्माण कंपनियों को मिलकर कार्य करना होगा, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
Hapur प्रशासन की तत्परता और समय पर कार्यवाही ने इस बार दोनों कामगारों की जान बचाई, लेकिन यह घटना हमें यह सिखाती है कि हर निर्माण स्थल पर सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है।