Hapur Ke Thana Bahadurgarh Me Ek Din Ki Thana Prabhari 12th Ki Student Anshika Chauhan
हापुड़ (संवाददाता सोनू चौधरी) : उत्तर प्रदेश सरकार के ‘नारी सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन’ अभियान “मिशन शक्ति फेज 5.0” के तहत आज हापुड़ (Hapur) के थाना बहादुरगढ़ में एक अनूठा और प्रेरणादायक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के तहत सलारपुर के स्वतंत्र भारत इंटर कॉलेज की 12वीं कक्षा की छात्रा अंशिका चौहान को एक दिन के लिए थाना प्रभारी नियुक्त किया गया।
हापुड़ (Hapur) के थाना बहादुरगढ़ में यह पहल महिलाओं और बालिकाओं में सुरक्षा का भाव जगाने और पुलिस-जन संपर्क बढ़ाने के उद्देश्य से की गई है। अंशिका ने थाना प्रभारी बनते ही कानून व्यवस्था संभाली और थाने का निरीक्षण किया।

थाना का निरीक्षण और पुलिस को दिशा-निर्देश
हापुड़ (Hapur) के बहादुरगढ़ में थाना प्रभारी बनते ही अंशिका चौहान ने महिला हेल्प डेस्क, मिशन शक्ति रूम, कंप्यूटर रूम, सीसीटीएनएस रूम और जीडी कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने पुलिस कर्मियों को निर्देश दिए कि महिलाओं के मामलों में संवेदनशीलता दिखाना और उनका भरोसा बनाए रखना पुलिस का प्रमुख कर्तव्य है।
हापुड़ (Hapur) के बहादुरगढ़ थाने पर उपस्थित महिला फरियादियों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस महिलाओं के सुरक्षा मामलों में तुरंत कार्रवाई करे और उनके हक को सुनिश्चित करे। अंशिका ने पुलिस कर्मियों को कहा, “महिलाओं की सुरक्षा केवल कानून की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समाज की जिम्मेदारी भी है।”
मिशन शक्ति का उद्देश्य
“मिशन शक्ति” अभियान का उद्देश्य न केवल महिलाओं और बालिकाओं में सुरक्षा की भावना पैदा करना है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए जागरूक करना भी है। इस अभियान के तहत पुलिस और समाज के बीच विश्वास और संवाद को मजबूत करने पर जोर दिया जाता है।
अंशिका चौहान ने कहा, “आज हापुड़ (Hapur) के बहादुरगढ़ का थाना प्रभारी बनने का अनुभव मेरे लिए बेहद खास है। इस अनुभव ने मुझे कानून व्यवस्था और पुलिस कार्यप्रणाली के महत्व को समझाया है। मेरा भविष्य में उद्देश्य उच्च अधिकारी बनने का है ताकि मैं महिलाओं की सुरक्षा के लिए और कार्य कर सकूँ।”
योगी सरकार की पहल की सराहना
अंशिका ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति पहल की सराहना की। उन्होंने कहा, “योगी सरकार में महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। दिन हो या रात, महिलाएं अब निर्भीक होकर घर से बाहर निकल सकती हैं। मिशन शक्ति अभियान इसी दिशा में एक सकारात्मक कदम है।”
उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के कार्यक्रम महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ाते हैं और पुलिस के प्रति उनका विश्वास मजबूत करते हैं।
पुलिस-जनता संवाद में सुधार
एक दिन की थाना प्रभारी बनने के इस अनुभव ने पुलिस और जनता के बीच बेहतर तालमेल का उदाहरण पेश किया। यह पहल महिलाओं को पुलिस प्रक्रिया से जोड़ने और सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करने का काम करती है।
हापुड़ (Hapur) के सीओ बहादुरगढ़ ने कहा, “मिशन शक्ति फेज 5.0 अभियान का उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है। अंशिका चौहान ने इस कार्यक्रम को सफल बनाया है और यह संदेश दिया है कि सुरक्षा केवल कानून का विषय नहीं है, बल्कि समाज की जिम्मेदारी है।”
अंशिका चौहान का एक दिन के लिए हापुड़ (Hapur) के बहादुरगढ़ थाना प्रभारी बनना महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है। यह न केवल महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करता है, बल्कि पुलिस-जनता संवाद को भी मजबूत करता है।
“मिशन शक्ति” अभियान इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में महिला सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने और एक सुरक्षित माहौल बनाने का प्रयास करता है। अंशिका का यह अनुभव भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों के लिए प्रेरणा स्रोत साबित होगा।
उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपने हक और सुरक्षा के प्रति सजग रहें और समाज में नारी सुरक्षा को अपनी प्राथमिकता बनाएं। अंशिका ने यह भी कहा कि इस तरह के कार्यक्रम महिलाओं को न केवल सुरक्षा का अहसास दिलाते हैं, बल्कि उन्हें अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने की ताकत भी देते हैं।