ब्यूरो रिपोर्टः आज हम बात करेंगे हड़जोड़ (Harjod) के बारे में, दरअसल आयुर्वेद में ऐसे कई पेड़-पौधे और जड़ी-बूटियां हैं, जिनका इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों का इलाज करने के लिए सदियों से किया जा रहा है। ऐसी ही एक जड़ी-बूटी है हड़जोड़, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद में औषधि के रूप में किया जाता है। इसे ‘हरजोड़’ या ‘हड्डी जोड़’ के नाम से भी जाना जाता है। संस्कृत में इसे ‘अस्थि श्रृंखला’ के नाम से भी जाना जाता है। मुख्य रूप से हड़जोड़ को टूटी हुई हड्डियों को जोड़ने और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने के लिए जाना जाता है।
Harjod जोड़ों के दर्द का इलाज है रामबाण
इसके अलावा, इसके प्रयोग गठिया, मोच, अल्सर, बवासीर और पेट के विकारों को दूर करने के लिए किया जाता है। हड़जोड़ (Harjod) में कैल्शियम और फॉस्फोरस भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाए में मदद करते हैं। दरअसल इसके नियमित सेवन से हड्डियों की कमजोरी को दूर किया जा सकता है। साथ ही, हड्डियों से जुड़ी बीमारियों के जोखिम को कम करने में भी मदद मिलती है। इसके लिए आप एक चम्मच हड़जोड़ पाउडर को 2 गिलास पानी में उबाल लें। जब पानी आधा रह जाए।
तो इसे छानकर सेवन करें। आयुर्वेद में हड़जोड़ (Harjod) को हड्डियों को जोड़ने के लिए जाना जाता है। यह हड्डियों को वापस विकसित होने में मदद करता है और उन्हें मजबूत बनाता है। इसके सेवन से टूटी हुई हड्डियों जल्दी जुड़ जाती हैं। इसके लिए एक चम्मच हड़जोड़ पाउडर को दूध के साथ मिलाकर पिएं। दिन में एक से दो बार इसका सेवन करने से आपको काफी लाभ मिल सकता है। पेट से जुड़े विकारों को दूर करने के लिए हड़जोड़ का इस्तेमाल किया जा सकता है।
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इसके सेवन से गैस, अपच, कब्ज और एसिडिटी जैसी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। इसके लिए आप 5-10 मिली हड़जोड़ (Harjod) के पत्तों का रस लें। इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर पी जाएं। इससे आपको पेट से जुड़ी समस्याओं से जल्द आराम मिलेगा।