Hathras Bhi Poster Vivad Me Aage Aaya
हाथरस (संवाददाता होमेश मिश्रा ) : उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इन दिनों ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टरों को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कानपुर से शुरू हुआ यह मामला अब हाथरस (Hathras) तक जा पहुंचा है। यहां बागला डिग्री कॉलेज के सामने और आसपास के इलाकों में सोमवार को अचानक “आई लव महादेव”, “आई लव योगी” और “आई लव पुलिस” के पोस्टर लगाए गए।
इन पोस्टरों के लगने के साथ ही स्थानीय हिंदूवादी संगठनों ने जमकर नारेबाजी की और “हर हर महादेव” के गगनभेदी नारों से माहौल गर्मा दिया। यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब शुक्रवार को हाथरस (Hathras) में भी ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद के चलते भारी बवाल हुआ था।

हिंदू संगठनों की प्रतिक्रिया और चेतावनी
हिंदू संगठनों से जुड़े हाथरस (Hathras) के कार्यकर्ताओं ने पोस्टर लगाने के बाद एकत्र होकर जमकर नारेबाजी की। उनका कहना था कि अगर किसी धर्म विशेष के नाम पर नारे और पोस्टर लगाए जा सकते हैं तो वे भी अपने आस्था-प्रतीकों और नेताओं के समर्थन में आवाज उठा सकते हैं।
हाथरस (Hathras) के हिंदूवादी नेता दीपक शर्मा ने इस मौके पर मीडिया से बातचीत में कहा,
“मोहम्मद के नाम पर बवाल करने वालों को चेतावनी दी जा रही है। या तो सुधर जाओ वरना अंजाम भुगतना पड़ेगा। अगर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई तो आने वाली पीढ़ियों पर भी इसका असर होगा।”
उनके इस बयान से इलाके का माहौल और ज्यादा गरमा गया। हाथरस (Hathras) पुलिस अधिकारियों ने बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी भी तरह के भड़काऊ शब्दों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
पुलिस और प्रशासन सतर्क
पोस्टरों की सूचना मिलते ही हाथरस (Hathras) पुलिस और प्रशासन अलर्ट हो गए। मौके पर फोर्स तैनात की गई और सभी पोस्टरों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। एसडीएम हाथरस (Hathras) और स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
हाथरस (Hathras) पुलिस ने साफ कहा है कि “किसी को भी माहौल बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। जांच की जा रही है कि पोस्टर लगाने के पीछे किस संगठन या व्यक्ति का हाथ है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।”
लोगों की प्रतिक्रिया
इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों की मिश्रित प्रतिक्रियाएँ सामने आई हैं। कुछ लोगों ने हिंदू संगठनों के कदम का समर्थन किया और कहा कि “अगर एक धर्म विशेष के नाम पर पोस्टर लगाए जा सकते हैं, तो दूसरे धर्म के लोग भी अपनी आस्था दिखाने का हक रखते हैं।”
वहीं, बड़ी संख्या में लोग चिंतित भी नजर आए। उनका कहना था कि “ऐसे पोस्टर और बयानबाजी केवल माहौल बिगाड़ने का काम करते हैं। त्योहारों का समय नजदीक है और इस तरह की घटनाएँ तनाव को जन्म दे सकती हैं।”
विशेषज्ञों की राय
हाथरस (Hathras) की इस घटना को लेकर समाजशास्त्रियों और राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घटनाक्रम केवल धार्मिक भावना का इजहार नहीं बल्कि सामाजिक ध्रुवीकरण की दिशा में एक कदम हो सकता है। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएँ अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होती हैं और इससे समुदायों के बीच तनाव और गहराता है।
विशेषज्ञों ने हाथरस (Hathras) प्रशासन से अपील की है कि ऐसे किसी भी पोस्टर को तुरंत हटाया जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, ताकि कोई भी व्यक्ति या संगठन सार्वजनिक स्थानों का इस्तेमाल भड़काऊ संदेश फैलाने के लिए न कर सके।
हाथरस (Hathras) में लगे “आई लव महादेव, आई लव योगी और आई लव पुलिस” पोस्टरों ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश की राजनीति और समाज में हलचल पैदा कर दी है। कानपुर से शुरू हुआ विवाद अब राज्य के कई जिलों में फैल चुका है। प्रशासन अलर्ट पर है और हाथरस (Hathras) पुलिस हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह विवाद किस दिशा में जाता है। फिलहाल, सभी की निगाहें हाथरस (Hathras) पुलिस प्रशासन की अगली कार्रवाई और इलाके के माहौल पर टिकी हैं।