ब्यूरो रिपोर्टः मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में आयोजित उद्योग बंधु की बैठक में जल संरक्षण और संवर्धन पर विशेष ध्यान दिया गया। उद्योग बंधु की इस बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व गजेंद्र कुमार की अध्यक्षता में फेडरेशन ऑफ मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सभागार में आयोजित हुई। बैठक में जिले के विभिन्न उद्योगों और व्यापारियों को जल बचाने और इसके संरक्षण के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए गए। इस बैठक में जिला प्रशासन और उद्योग विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे, जिन्होंने जल संकट को देखते हुए उद्योगों के लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए।
Muzaffarnagar में व्यापारी को निर्देश

मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में हुई इस बैठक में यह तय किया गया कि सभी उद्योगों को जल का विवेकपूर्ण उपयोग करना होगा और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले प्रदूषणकारी तत्वों का नियंत्रण करना होगा। इसके अलावा, उद्योगों को जल पुनर्चक्रण (water recycling) और वर्षा जल संचयन (rainwater harvesting) की प्रणालियों को अपनाने की सलाह दी गई। अधिकारियों ने यह भी बताया कि जल के सही उपयोग से न केवल पर्यावरण बचाया जा सकता है, बल्कि उद्योगों के लिए लागत में भी कमी आ सकती है।

दरअसल जल संरक्षण को लेकर मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में हुई इस बैठक में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ने ग्राउंड वाटर के लिए प्रदूषण नियंत्रण विभाग विभाग को काम करवाने के निर्देश दिए। दरअसल मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक निर्देशित किया गया कि जल संरक्षण और संवर्धन किया जाए। बताया कि वहलना चौक से जैन मंदिर तक जाने वाली सड़क का प्रस्ताव एमडीए की ओर से कार्य योजना में शामिल कर लिया गया है। नगर पालिका ईओ डा. प्रज्ञा सिंह को निर्देश दिए गए कि उक्त सड़क से संबंधित नाला बनवाएं।

जल संकट के समाधान के लिए इस प्रकार की बैठकें महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं, ताकि जिले के सभी उद्योग जल के विवेकपूर्ण उपयोग और संरक्षण में सक्रिय रूप से भाग लें। यह कदम जिले में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ दीर्घकालिक जल सुरक्षा की दिशा में भी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।