Iqra Hassan Ne Kendriya Vidyalay Ki Ghoshna Par Diya Bada Bayaan
शामली (संवाददाता दीपक राठी) : हाल ही में शामली में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना की घोषणा ने राजनीतिक और सामाजिक हलचल पैदा कर दी है। इस घोषणा को लेकर चर्चा का केंद्र यह बन गया है कि इसका श्रेय किसे मिलना चाहिए। इस मामले पर सांसद इक़रा हसन (Iqra Hassan) ने स्पष्ट कहा है कि किसी एक व्यक्ति के नाम को लेकर विवाद के बजाय क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
इक़रा हसन ने बताया कि उन्होंने संसद में केंद्रीय विद्यालय, माँ शाकुंभरी देवी विश्वविद्यालय और अंतर कॉलेज की स्थापना की मांग उठाई थी। इसके लिए उन्होंने धर्मेंद्र प्रधान और अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की और इस विषय में उन्हें अवगत कराया। उनका कहना है कि चाहे यह कार्य उनके प्रयासों से हुआ हो या जयंत सिंह जी के प्रयास से, असली खुशी इस बात की है कि हमारे क्षेत्र में विकास हो रहा है और इससे जनता को लाभ मिल रहा है।

क्षेत्र के विकास पर इक़रा हसन का जोर
शामली के कैराना से इक़रा हसन (Iqra Hassan) ने कहा कि एक क्षेत्र में कई जनप्रतिनिधि होते हैं—सांसद, विधायक, जिला पंचायत सदस्य और प्रधान। ये सभी अपने-अपने स्तर पर क्षेत्र के विकास के लिए प्रयासरत रहते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी एक व्यक्ति का नाम सामने लाने के बजाय यह देखना चाहिए कि विकास का कार्य हो रहा है या नहीं।
इक़रा हसन (Iqra Hassan) ने कहा, “हमारे क्षेत्र की जनता ने मुझे सांसद बनने का मौका दिया है। इस मौके का पूरा फायदा उठाते हुए मैंने संसद में क्षेत्र की जायज़ मांगों को रखा है। मुझे खुशी है कि हमारी मांगों पर कार्य शुरू हो चुका है।”
केंद्रीय विद्यालय से शिक्षा में बदलाव
शामली में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना से शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव आने की उम्मीद है। केंद्रीय विद्यालय अपने उच्च शिक्षण स्तर के लिए जाने जाते हैं और यह गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अवसर प्रदान करते हैं।
इक़रा हसन (Iqra Hassan) ने कहा, “केंद्रीय विद्यालय हमारे क्षेत्र के बच्चों के लिए शिक्षा का एक नया दरवाजा खोलेगा। इससे बच्चों को न केवल बेहतर शिक्षा मिलेगी बल्कि उनके भविष्य के अवसर भी बढ़ेंगे।” उन्होंने यह भी बताया कि इससे इलाके में प्रतियोगिता और गुणवत्ता बढ़ेगी, जिससे दीक्षान्त स्तर पर भी सुधार होगा।
माँ शाकुंभरी देवी विश्वविद्यालय और अंतर कॉलेज की मांग
इक़रा हसन (Iqra Hassan) ने बताया कि उन्होंने संसद में माँ शाकुंभरी देवी विश्वविद्यालय और अंतर कॉलेज की स्थापना की मांग भी रखी थी। यह कदम क्षेत्र में उच्च शिक्षा के विस्तार के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में कई प्रयास हो चुके हैं और इसे लेकर उच्चस्तरीय बैठकें हुई हैं।
इक़रा हसन (Iqra Hassan) ने यह भी स्पष्ट किया कि इस तरह के कार्यों में श्रेय का बंटवारा करना राजनीतिक उद्देश्य नहीं होना चाहिए, बल्कि इसका मकसद सिर्फ़ जनता को लाभ पहुँचाना होना चाहिए।
क्षेत्रीय एकता और सहयोग का महत्व
इक़रा हसन (Iqra Hassan) ने कहा कि क्षेत्रीय विकास में सहयोग और एकता का बड़ा महत्व है। चाहे वह सांसद हों, विधायक हों या कोई अन्य जनप्रतिनिधि—सभी को मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा, “राजनीति में सबसे बड़ा उद्देश्य जनता की भलाई होना चाहिए, न कि केवल नाम कमाना। हमें क्षेत्र के हर हिस्से में विकास लाने के लिए एकजुट होना होगा।”
विकास के प्रति प्रतिबद्धता
शामली में केंद्रीय विद्यालय की घोषणा ने शिक्षा और राजनीति दोनों क्षेत्रों में नई बहस को जन्म दिया है। इक़रा हसन (Iqra Hassan) का बयान इस बात का प्रतीक है कि क्षेत्रीय विकास के लिए कई जनप्रतिनिधियों के प्रयास मायने रखते हैं।
कैराना इक़रा हसन (Iqra Hassan) ने कहा इस घोषणा से यह संदेश भी जाता है कि राजनीति में मतभेदों के बावजूद, जब विकास की बात आती है तो सभी को साथ आकर काम करना चाहिए।
इस प्रकार, शामली में केंद्रीय विद्यालय की स्थापना केवल एक शैक्षिक परियोजना नहीं बल्कि क्षेत्रीय राजनीति और जनता की उम्मीदों का एक महत्वपूर्ण अध्याय बन गई है।