Meerut Police Ki Giraft Me Ganja Taskar
मेरठ (संवाददाता सौरभ कौशिक) : मेरठ (Meerut) के ककरखेड़ा थाना क्षेत्र में अवैध नशा तस्करी के खिलाफ मेरठ पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। नगर की स्वॉट टीम और ककरखेड़ा थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए अवैध गांजा तस्करों के एक सक्रिय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मौके से 151 किलो अवैध गांजा बरामद किया है, जिसकी बाजार में कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है।
इस गिरोह का मास्टरमाइंड और कुख्यात हिस्ट्रीशीटर अजय पुलिस की गिरफ्त में आया है। लंबे समय से पुलिस को अजय की तलाश थी, जो मेरठ और आसपास के जिलों में गांजा सप्लाई करने के मामलों में वांछित चल रहा था।

अलग-अलग वजन के पैकेट बनाकर की जाती थी सप्लाई
मेरठ (Meerut) की पुलिस जांच में सामने आया कि यह गिरोह गांजे को अलग-अलग वजन के पैकेट में तैयार करता था, ताकि मांग के अनुसार तेज़ी से सप्लाई की जा सके।
गिरोह का नेटवर्क मेरठ (Meerut) शहर के अलावा अन्य जनपदों तक फैला हुआ था। पुलिस के अनुसार, गांजे की बड़ी मात्रा बिहार से लाकर मेरठ में सप्लाई की जाती थी। इस काम में बिहार का एक युवक मुख्य भूमिका निभाता था जो गांजा लेकर सप्लायर अजय तक पहुंचाता था।
सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि अजय और उसका गिरोह कॉलेज के छात्रों को भी गांजा सप्लाई करता था। कई युवा इस गिरोह के संपर्क में आने के बाद नशे के जाल में फंस गए, जिसके बाद पुलिस की नज़र इन गतिविधियों पर गई और छापेमारी की योजना बनाई गई।
एसपी सिटी आयुष सिंह के नेतृत्व में ऑपरेशन
पूरी कार्रवाई एसपी सिटी आयुष सिंह मेरठ (Meerut) के नेतृत्व में की गई। पुलिस टीम को मौके पर बड़ी मात्रा में गांजा बरामद हुआ, जिसे तस्करी कर शहर में फैलाया जाना था। टीम ने मौके से हिस्ट्रीशीटर अजय को दबोचा और उससे पूछताछ की जा रही है, जिससे अन्य बड़े खुलासे होने की भी संभावना है।
मेरठ (Meerut) एसएसपी डॉ. विपिन तांडा ने प्रेस वार्ता कर पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और छात्रों से लेकर मजदूरों तक कई लोग इसकी सप्लाई चेन में जुड़े हुए थे।
एसएसपी के अनुसार, आरोपी अजय के खिलाफ पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं और कुछ समय पहले उसकी हिस्ट्रीशीट भी खोली गई थी। पुलिस को उसके पास से कई मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक तराजू और पैकिंग सामग्री भी मिली है।
टीम को मिला 25 हजार रुपये का इनाम
मेरठ (Meerut) पुलिस की इस बड़ी सफलता के बाद एसएसपी डॉ. विपिन तांडा ने स्वॉट टीम और थाना पुलिस को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि नशा तस्करी के खिलाफ पुलिस का अभियान आगे भी इसी तरह जारी रहेगा।
डिमांड के अनुसार होती थी सप्लाई
मेरठ (Meerut) पुलिस पूछताछ में अजय ने स्वीकार किया कि वह अपने ग्राहकों की डिमांड के अनुसार सप्लाई करता था। उसकी सप्लाई रेंज मेरठ के कई इलाकों से लेकर आस-पास के जनपदों तक फैली हुई थी।
गिरोह का रणनीतिक तरीका यह था कि बड़े पैकेट के बजाय छोटे-छोटे पैकेट बनाकर सप्लाई की जाए, ताकि पकड़ में आने का खतरा कम रहे। इसी रणनीति की वजह से यह गिरोह काफी समय तक सक्रिय रहा।
पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी
फिलहाल मेरठ (Meerut) पुलिस अजय और उसके साथियों से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है। बिहार से गांजा लाने वाले युवक के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
नशा तस्करी के बढ़ते मामलों को देखते हुए एसएसपी मेरठ (Meerut) ने कहा कि मेरठ पुलिस ऐसे गिरोहों को खत्म करने के लिए सख्त अभियान चला रही है। आने वाले दिनों में और भी कार्रवाई की जा सकती है।