Meerut Highway Par Dardnaak Sadak Haadsa Mazdoor Ki Maut
मेरठ (संवाददाता सौरभ कौशिक) : मेरठ (Meerut) –मवाना हाईवे (NH-34) पर मवाना कॉल के पास एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा सामने आया। हादसे में बाइक सवार युवक राकेश (उम्र लगभग 30 वर्ष), निवासी ग्राम मोढ़ खुर्द, की मौके पर ही मौत हो गई। तेज रफ्तार टेंपो ने बाइक को इतनी तेजी से टक्कर मारी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए। घटना के बाद चालक मौके से फरार हो गया।

हादसे की भयावह तस्वीरें बयां कर रही दर्दनाक टक्कर
न्यूज़ 80 की टीम मेरठ (Meerut) घटना स्थल पर पहुंची तो सड़क पर बिखरे बाइक के हिस्से और खून के निशान हादसे की गंभीरता को साफ बता रहे थे। पुलिस द्वारा कब्जे में ली गई बाइक और टेम्पो से यह साबित होता है कि टक्कर अत्यंत तेज रफ्तार में हुई। स्थानीय लोगों के अनुसार टेंपो चालक खतरनाक अंदाज में वाहन चलाकर निकलता दिखाई दिया था।
दुर्घटना की सूचना मिलते ही मवाना पुलिस चौकी से पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। राकेश के भाई ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस अब फरार आरोपी चालक की तलाश में जुटी हुई है।

न्यूज़ 80 टीम ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात—घर में मातम ही मातम
मेरठ (Meerut) के मवाना में घटना की जानकारी के बाद न्यूज़ 80 टीम राकेश के घर पहुंची। घर में कोहराम मचा था। ग्रामीणों की भीड़ जमा थी और हर आंख नम थी। राकेश के पिता धर्मपाल सिंह ने रोते हुए बताया कि राकेश परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। वह बुनाई का काम करके परिवार चलाता था।
करीब ढाई साल पहले राकेश की शादी हुई थी। उसका 17 महीने का एक पुत्र है, जो मासूमियत में अपनी मां की गोद में बैठा था।
“बेटे की लाश देख हम टूट गए हैं… अब घर कैसे चलेगा?”—यह कहते हुए राकेश के पिता बार-बार फूट-फूटकर रो पड़े।
घर के अंदर पत्नी, मां और बहनों का रो-रोकर बुरा हाल था। राकेश की पत्नी अपने छोटे बेटे को गोद में लिए बार-बार बेहोश हो रही थी। मासूम बच्चे को यह भी नहीं पता कि उसके सिर से पिता का साया हमेशा के लिए उठ चुका है।
दलित परिवार की पुकार: ना नेता आए, ना प्रशासन… कोई मदद नहीं
परिवार का आरोप है कि वे गरीब दलित परिवार से हैं, इसलिए न तो कोई नेता उनके घर पहुंचा और न ही किसी अधिकारी ने संपर्क किया। परिवार वालों का कहना है कि लगातार शिकायत के बावजूद उन्हें अब तक किसी तरह की सरकारी सहायता या आर्थिक मदद नहीं मिली है।
गांव वालों ने यह भी बताया कि अगर कोई प्रभावशाली परिवार का व्यक्ति होता तो मेरठ (Meerut) प्रशासन तुरंत सहायता लेकर पहुंच जाता।
लाइसेंस और दस्तावेज़ न होने से सहायता का मौका भी खो गया
जांच में पता चला कि राकेश के पास—
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ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था
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बाइक के कागज पूरे नहीं थे
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बाइक का इंश्योरेंस भी वैध नहीं था
इसी वजह से मेरठ (Meerut) के राकेश के परिवार को सरकारी मुआवजा और इंश्योरेंस कंपनी से मिलने वाला धन भी नहीं मिल पाएगा। इससे परिवार पर आर्थिक संकट और बढ़ गया है।
न्यूज़ 80 टीम सभी दर्शकों से अपील करती है कि—
हमेशा अपने वाहन का लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन, बीमा और अन्य कागजात पूरे रखें।
सिर्फ चालन से बचने के लिए नहीं, बल्कि भविष्य में होने वाली अनहोनी की स्थिति में यही कागज आपके परिवार का सहारा बनते हैं।
आरोपी चालक की तलाश तेज, पुलिस ने की कार्रवाई शुरू
मेरठ (Meerut) के मवाना थाने की पुलिस ने फरार टेंपो चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उसकी खोज जारी है। हादसे के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।
मेरठ (Meerut) पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।