ब्यूरो रिपोर्टः मल्टीविटामिन्स (multivitamin) को अक्सर एक वरदान माना जाता है, क्योंकि ये शरीर को जरूरी विटामिन्स और खनिजों की आपूर्ति करते हैं, जिनकी कमी से कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए उपयोगी है जिनकी आहार में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो, दरअसल मल्टीविटामिन्स (multivitamin) शरीर के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं, लेकिन यह जरूरी नहीं कि हर किसी के लिए आवश्यक हों।
multivitamin वरदान से नही है कम
अगर आपका आहार पहले से ही संतुलित है और सभी जरूरी विटामिन्स और खनिजों का सेवन हो रहा है, तो मल्टीविटामिन्स (multivitamin) का सेवन अतिरिक्त नहीं होगा। अधिकतर मामलों में, शरीर को प्राकृतिक आहार से मिलने वाले पोषक तत्वों से ही सबसे अच्छे परिणाम मिलते हैं। अगर किसी व्यक्ति को खनिज या विटामिन की कमी हो, तो मल्टीविटामिन्स को सही खुराक में लेने से इस कमी को पूरा किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए चिकित्सक की सलाह लेना बहुत जरूरी है।
हालांकि, मल्टीविटामिन्स (multivitamin) का उपयोग हमेशा फायदे के साथ-साथ कुछ सावधानियों की भी जरूरत होती है: अतिवाद से बचें: मल्टीविटामिन्स में विटामिन और खनिजों की अधिकता से शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, विटामिन A और D की अधिकता से हड्डियों या लिवर पर असर पड़ सकता है।
यह भी पढ़ेः Anurag की पांच फिल्मे फ़्लोक बिग स्टूडियो को फिर ठहराया जिम्मेदार जाने पूरा मामला
समान आहार जरूरी है: मल्टीविटामिन्स (multivitamin) एक पूरक के रूप में काम करते हैं, लेकिन यह शरीर के लिए सही आहार और पोषण का विकल्प नहीं हो सकते। संतुलित आहार महत्वपूर्ण है। विशेष परिस्थितियाँ: कुछ स्वास्थ्य स्थितियों में मल्टीविटामिन्स का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए। इसलिए, मल्टीविटामिन्स का सेवन सावधानीपूर्वक करना चाहिए और डॉक्टर की सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है।