Premi Jakhir Aur Ritu Kashyap
मुजफ्फरनगर (संवाददाता गौरव चौटाला) : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जनपद में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सामाजिक और साम्प्रदायिक तनाव को जन्म दे दिया है। चरथावल थाना क्षेत्र के मथुरा गांव निवासी एक 37 वर्षीय विवाहित महिला, जो चार बच्चों की मां है, पड़ोस के युवक जाबिर के साथ कथित तौर पर प्रेम प्रसंग में घर छोड़कर चली गई। घटना के 21 दिन बीत जाने के बाद भी महिला का कोई पता नहीं चल सका। पुलिस द्वारा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन अब तक सफलता हाथ नहीं लगी। इसी को लेकर शुक्रवार को गांव में हिंदू समाज की पंचायत आयोजित हुई जिसमें मुस्लिम परिवारों के बहिष्कार का ऐलान किया गया।

पति ने लगाया गंभीर आरोप
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जनपद में लापता महिला के पति राजकुमार कश्यप ने बताया कि उनकी पत्नी रितु कश्यप 6 सितंबर को घर से अचानक गायब हो गई। वह चार बच्चों की मां है और लंबे समय से पड़ोसी युवक जाबिर से संपर्क में थी। आरोप है कि जाबिर उसे बहला-फुसलाकर ले गया। पति ने घटना के तुरंत बाद चरथावल थाने में तहरीर दी थी, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया।
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) के राजकुमार का कहना है कि, “मेरी शादी को 15 साल हो चुके हैं। हमारे चार बच्चे हैं। जिस युवक के साथ वह गई है, उसकी दो शादियां पहले हो चुकी हैं और उसका कोई बच्चा नहीं है। पुलिस लगातार कार्रवाई का भरोसा दिला रही है, लेकिन अब तक मेरी पत्नी का कोई पता नहीं लगा। परिवार और बच्चे बुरी तरह से टूट गए हैं।”
पंचायत में दिखा आक्रोश
महिला के 21 दिन बाद भी न मिलने पर शुक्रवार को मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) के चरथावल थाना क्षेत्र के मथुरा गांव में योग साधना आश्रम के महंत स्वामी यशवीर जी महाराज पहुंचे और पंचायत की अगुवाई की। पंचायत में बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। स्वामी यशवीर महाराज ने कहा कि हिंदू समाज की महिला को पड़ोसी युवक बहला-फुसलाकर भगा ले गया और पुलिस अभी तक उसे ढूंढ नहीं पाई।
उन्होंने ऐलान किया कि जब तक महिला सुरक्षित वापस नहीं आती, तब तक गांव और आसपास 15 से 20 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले मुस्लिम परिवारों का सामाजिक और आर्थिक बहिष्कार किया जाएगा। पंचायत ने यह भी तय किया कि मुस्लिम परिवारों से कोई लेन-देन, खरीद-फरोख्त या सामाजिक संपर्क नहीं रखा जाएगा।

स्वामी यशवीर का बयान
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में स्वामी यशवीर महाराज ने पंचायत में कहा कि, “हमने कई दिनों तक इंतजार किया, लेकिन पुलिस कार्रवाई में नाकाम रही। मजबूर होकर हमें धरना-प्रदर्शन का सहारा लेना पड़ा। यह केवल एक महिला का मामला नहीं है बल्कि पूरे समाज की अस्मिता का सवाल है। जब तक महिला वापस नहीं आती, शांतिपूर्ण तरीके से हमारा आंदोलन जारी रहेगा।”
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि, “हिंदू समाज अब ऐसे मामलों में चुप नहीं बैठेगा। जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है, उन्हें संरक्षण देने वालों की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी। जब तक महिला नहीं लौटती, तब तक मुस्लिम परिवारों से हर तरह का संबंध तोड़ दिया जाएगा।”

पुलिस ने दी सफाई
पंचायत के दौरान मौके पर पहुंचे सीओ सदर रविशंकर मिश्रा मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने बताया कि महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की जा चुकी है और उसकी बरामदगी के लिए विशेष टीम बनाई गई है।
सीओ मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) ने कहा, “6 सितंबर को राजकुमार कश्यप द्वारा दी गई तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। महिला की तलाश में दबिश दी जा रही है। पुलिस प्रतिबद्ध है कि जल्द ही महिला को सुरक्षित बरामद किया जाएगा। ग्रामीणों से अपील है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखें।”
तनावपूर्ण माहौल, बढ़ी निगरानी
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) के चरथावल थाना क्षेत्र के गांव में पंचायत के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया है। प्रशासन ने संवेदनशील स्थिति को देखते हुए पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी है। अफसर लगातार ग्रामीणों से संवाद कर स्थिति को नियंत्रित रखने की कोशिश कर रहे हैं।
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) का यह मामला अब केवल एक परिवार की निजी समस्या नहीं रहा, बल्कि सामाजिक और धार्मिक रंग ले चुका है। महिला की बरामदगी न होने से ग्रामीणों में आक्रोश है और पंचायत द्वारा मुस्लिम परिवारों के बहिष्कार का निर्णय स्थिति को और गंभीर बना सकता है। अब सबकी निगाहें पुलिस पर टिकी हैं, जो महिला को सुरक्षित ढूंढकर मामले को शांत करने की कोशिश में जुटी है।