Muzaffarnagar Police Ki Giraft Me Aaropi
मुजफ्फरनगर (संवाददाता गौरव चौटाला) : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले में पुलिस ने तीन शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है, जो मजबूर महिलाओं को ठगी का शिकार बनाते थे। यह गिरोह महिलाओं को 50 हज़ार रुपये का लोन दिलाने का झूठा वादा करके उनसे दो-दो हजार रुपये ठगकर गायब हो जाता था। यह मामला जनपद के खतौली कोतवाली क्षेत्र का है, जहां लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ लोग महिलाओं की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं।
पुलिस के अनुसार यह गिरोह वर्षों से सक्रिय था और अब तक हजारों महिलाओं से लाखों रुपये ठग चुका था। आरोपी गिरोह के सदस्य राहुल सिंह, विक्रम सिंह और साजन खान के पास से पुलिस ने महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए हैं।

गिरफ्त में आए ठग और बरामद सामग्री
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले की खतौली कोतवाली पुलिस ने लंबे समय तक इस गिरोह पर नजर रखी और लगातार जांच के बाद कार्रवाई की। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया और इनके कब्जे से 17 फर्जी आधार कार्ड, 8 फर्जी वोटर कार्ड आईडी, 9 मोबाइल फोन, फर्जी मोहर, कंपनियों के दस्तावेज और रसीदें बरामद कीं।
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे कई वर्षों से महिलाओं को लोन दिलाने के नाम पर ठगी कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पहले वे महिलाओं से दो-दो हजार रुपये ले लेते और रसीद जारी करके गायब हो जाते थे। पुलिस ने यह भी पता लगाया कि आरोपियों का गिरोह एक संगठित नेटवर्क के रूप में काम करता था और इसके अन्य सदस्य भी इस ठगी के खेल में शामिल थे।
पुलिस की कार्रवाई और भविष्य की योजना
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) के सीओ खतौली रामाशीष यादव ने बताया कि यह मामला बुढ़ाना थाना क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा और उनकी आर्थिक मजबूरी को लेकर गंभीर है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस गिरोह की गतिविधियों पर लंबे समय से नजर रखी थी और कई शिकायतों के आधार पर यह गिरफ्तारी की गई।
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस ने कहा कि यह सिर्फ एक गिरफ्तारी नहीं है, बल्कि उन कई मामलों की जाँच का हिस्सा है जहाँ इस गिरोह ने अन्य महिलाओं से भी ठगी की है। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ जारी रखी है ताकि उनके गिरोह के अन्य सदस्य और ठगी के मामलों का पूरा नेटवर्क सामने आ सके।
सामाजिक चेतावनी और पुलिस का संदेश
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस ने महिलाओं से अपील की है कि किसी भी तरह के लोन के प्रस्ताव पर बिना जांच-परख के पैसा न दें। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे गिरोह जो लोगों की मजबूरी का फायदा उठाते हैं, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सीओ रामाशीष यादव ने कहा कि महिला सुरक्षा पुलिस की प्राथमिकता है और ऐसे गिरोहों को बख्शा नहीं जाएगा। यह गिरफ्तारी एक संदेश है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस पूरी तरह सक्रिय है।
ठगी गिरोह पर पुलिस की सफलता
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस की इस कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ठगी और आर्थिक अपराधों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। इस गिरफ्तारी से न केवल एक गिरोह समाप्त हुआ है बल्कि यह अन्य अपराधियों के लिए चेतावनी भी है कि पुलिस ऐसे अपराधों को बर्दाश्त नहीं करेगी।
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) जिले की इस घटना ने यह साबित किया है कि पुलिस की सक्रियता और समय पर कार्रवाई से समाज में विश्वास बनाए रखा जा सकता है और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।