ब्यूरो रिपोर्ट… दरअसल बता दे की 29 दिसंबर 1942 में हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार रहे राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) का जन्म हुआ था। उनकी बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर हम आपके लिए उनके करियर के उस दौर की अनोखी दास्तां लेकर आए हैं जब राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) डिप्रेशन में चले गए थे। जिसकी वजह उनकी लगातार फ्लॉप फिल्में रही थीं। आइए मामले को डिटेल्स में जानते हैं।
Rajesh Khanna के करियर पर लगा था ग्रहण

1940 के दशक में जहां एक तरफ हिंदी सिनेमा जगत में दिलीप कुमार और देव आनंद जैसे अभिनेता अपनी छाप छोड़ रहे थे। वहीं 29 दिसंबर को 1942 को एक पंजाबी फैमिली में जतिन खन्ना नाम के शख्स का जन्म हुआ था। उनके माता-पिता को इस बात का अंदाजा ही नहीं था कि उनका बेटा आने वाले समय में बॉलीवुड का पहला सुपरस्टार कहलाएगा और राजेश खन्ना के तौर पर फैंस के दिलों पर राज करेगा।

आज राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) की बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर हम आपको बताएंगे कि कैसे 3 साल में 17 हिट फिल्म देने के बाद उनकी लगातार 7 फ्लॉप फिल्मों ने करियर पर ग्रहण लगा दिया था। एक तरफ 1970 के दशक की शुरुआत हो रही थी और दूसरी तरफ बतौर सुपरस्टार राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) अपने दावेदारी पेश कर रहे थे। करियर के शुरुआती सालों में ही बैक टू बैक हिट फिल्में देकर राजेश ने ये साबित कर दिया था कि उनमें एक्टिंग का हुनुर कूट-कूट कर भरा है।

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लेकिन कहते है न जितनी जल्दी कामयाबी मिलती है, ठीक उसके विपरीत असफलता भी आपके दरवाजे पर दस्तक देने के लिए तैयार रहती है। ऐसा ही कुछ राजेश खन्ना के साथ हुआ, जिसकी शुरुआत साल 1976 से हुई और दो साल के भीतर उनकी लगातार 7 फिल्में बुरी तरह फ्लॉप साबित हुईं, जिनके नाम इस प्रकार हैं-राजेश खन्ना को फिल्म इंडस्ट्री को काका नाम से भी जाना जाता था।