ADM Shamli Satyendra Singh Ko Shikayati Patra Dete Gramin
शामली (संवाददाता दीपक राठी) : उत्तर प्रदेश के शामली (Shamli) जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। कालखंडे खाप के चौधरी बाबा संजय सिंह के हर्निया ऑपरेशन के दौरान कथित लापरवाही के चलते उनकी हालत गंभीर हो गई। आरोप है कि निजी चिकित्सक द्वारा गलत तरीके से ऑपरेशन किया गया, जिसके कारण संक्रमण बढ़ गया और मरीज की हालत लगातार बिगड़ती चली गई। इस मामले को लेकर राष्ट्रीय समन्वय किसान मंच के पदाधिकारियों और दर्जनों ग्रामीणों ने शामली (Shamli) कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपर जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपा और दोषी चिकित्सक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

ऑपरेशन के बाद बिगड़ी मरीज की हालत
ग्रामीणों का कहना है कि कुछ दिन पहले खाप चौधरी बाबा संजय सिंह ने निजी चिकित्सक डॉ. आर. के. ढाका से हर्निया का ऑपरेशन कराया था। परिजनों और ग्रामीणों का आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान गंभीर लापरवाही बरती गई। ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत में सुधार होने के बजाय संक्रमण फैल गया। डॉक्टर ने दूसरी बार ऑपरेशन करने की कोशिश की, लेकिन हालत और खराब हो गई।
आखिरकार, चौधरी को मुजफ्फरनगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका दोबारा ऑपरेशन किया गया। यहां सही इलाज मिलने के बाद उनकी स्थिति स्थिर हो पाई। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते उन्हें मुजफ्फरनगर न ले जाया जाता तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी पर उठे सवाल
ग्रामीणों और किसानों ने आरोप लगाया कि शामली जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण निजी अस्पतालों में तमाम तरह की अनियमितताएं हो रही हैं। कई अस्पताल बिना पर्याप्त सुविधाओं और योग्य विशेषज्ञों के ऑपरेशन कर रहे हैं, जिससे मरीजों की जान खतरे में है।
लोगों ने बताया कि संबंधित चिकित्सक के खिलाफ पहले भी शिकायतें हुई थीं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इसी वजह से ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति होती रहती है। ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन को इस मामले में कठोर कदम उठाने चाहिए, ताकि मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ बंद हो सके।
किसानों और ग्रामीणों का प्रदर्शन
किसानों और ग्रामीणों का आक्रोश इस घटना को लेकर चरम पर था। दर्जनों लोग शामली (Shamli) कलेक्ट्रेट पहुंचे और जमकर विरोध दर्ज कराया। राष्ट्रीय समन्वय किसान मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि इस मामले को हल्के में नहीं लिया जा सकता।
उन्होंने बताया कि डॉक्टर आर. के. ढाका द्वारा गलत तरीके से किए गए ऑपरेशन से सिर्फ चौधरी ही नहीं, बल्कि कई अन्य मरीज भी प्रभावित हुए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि डॉक्टर ने कई बार ऑपरेशन में लापरवाही बरती है, जिसके सबूत स्थानीय लोगों के पास मौजूद हैं।
प्रशासन से की गई बड़ी मांग
शामली (Shamli) के ग्रामीणों ने अपर जिलाधिकारी सत्येंद्र सिंह को दिए गए शिकायती पत्र में कहा कि डॉक्टर के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की कि जिले के सभी निजी अस्पतालों की नियमित जांच की जाए।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग की निष्क्रियता के चलते निजी अस्पताल मनमानी कर रहे हैं। प्रशासन से यह मांग की गई है कि इन अस्पतालों को नियमों के दायरे में लाया जाए और दोषी चिकित्सकों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
अपर जिलाधिकारी शामली (Shamli) ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि इस मामले में जांच कराई जाएगी और यदि चिकित्सक दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
शामली (Shamli) का यह मामला बताता है कि स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही कैसे एक मरीज की जान के लिए खतरा बन सकती है। खाप चौधरी बाबा संजय सिंह का मामला सिर्फ एक उदाहरण है, लेकिन इससे पूरे जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं।
शामली (Shamli) जिले के ग्रामीणों और किसानों का कहना है कि यदि प्रशासन ने ठोस कदम नहीं उठाए तो वे बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे। अब देखना होगा कि शामली (Shamli) जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इस गंभीर शिकायत को कितनी प्राथमिकता से लेते हैं और दोषियों पर कब तक कार्रवाई करते हैं।