Mritak Yuvti Ka Shav
शामली (संवाददाता दीपक राठी) : उत्तर प्रदेश के शामली (Shamli) जिले के कांधला थाना क्षेत्र के गांव अंबेहटा में एक दर्दनाक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहाँ एक पिता और उसका नाबालिक पुत्र अपनी बेटी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार हुए हैं। इस घटना ने “ऑनर किलिंग” जैसी सामाजिक बुराई पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

बंदर भगाने के बहाने हत्या
शामली (Shamli) जिले के कांधला थाना क्षेत्र में जानकारी के मुताबिक, मृतक युवती 17 वर्ष की थी और गाँव में ही मदरसे में पढ़ाई कर रही थी। रविवार को युवती अपने पिता और भाई के संज्ञान में आई जब उन्होंने देखा कि वह किसी युवक से फोन पर बात कर रही थी। इस पर दोनों को गुस्सा आ गया और आरोप है कि उन्होंने युवती को बंदर भगाने के बहाने छत पर ले जाकर गोली मार दी।
हत्यारोपियों ने घटना के बाद शव को कमरे में डाल दिया और शव के पास तमंचा रख दिया ताकि इसे आत्महत्या का रूप दिया जा सके। लेकिन पुलिस की जांच में यह स्पष्ट हो गया कि यह हत्या थी, आत्महत्या का नाटक मात्र था।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
शामली (Shamli) जिले के कांधला थाना क्षेत्र के गांव अंबेहटा में घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने मृतक युवती के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पिता और नाबालिक पुत्र को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी के कब्जे से तमंचा और कारतूस बरामद हुए हैं।
एसपी शामली (Shamli) एनपी सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि गांव अंबेहटा में जुल्फान नामक व्यक्ति और उसका नाबालिक पुत्र अपनी नाबालिक बेटी की गोली मारकर हत्या कर चुके हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं।
एसपी शामली (Shamli) एनपी सिंह भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है और पिता-पुत्र से पूछताछ जारी है।
ऑनर किलिंग: एक गहरी सामाजिक समस्या
शामली (Shamli) जिले की यह घटना सिर्फ एक हत्या का मामला नहीं है, बल्कि “ऑनर किलिंग” जैसी सामाजिक बुराई का एक दर्दनाक उदाहरण है। ऑनर किलिंग में परिवार के लोग ‘सम्मान’ के नाम पर अपने ही रिश्तेदार की हत्या कर देते हैं। अक्सर इसका कारण रूढ़िवादी मानसिकता और पुराने सामाजिक ताने-बाने में फंसी सोच होती है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि इस तरह की घटनाएं न केवल पीड़ित परिवारों को प्रभावित करती हैं बल्कि पूरे समाज में भय और असुरक्षा पैदा करती हैं। ऐसी मानसिकता को बदलने के लिए समाज में शिक्षा, जागरूकता और कड़ी कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता है।
पुलिस का संदेश और प्रतिबद्धता
एसपी शामली (Shamli) एनपी सिंह ने इस घटना के बाद कहा कि “ऑनर किलिंग” जैसी घटनाओं को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि शामली (Shamli) पुलिस इस मामले में पूरी गंभीरता से जांच कर रही है और दोषियों को कड़ी सजा दिलाएगी।
एसपी शामली (Shamli) एनपी सिंह ने ग्रामीणों से अपील की कि वे इस तरह की घटनाओं में पुलिस का सहयोग करें और किसी भी प्रकार के अपराध के खिलाफ आवाज उठाएं। पुलिस प्रशासन ने कहा कि इस तरह के मामलों को रोकने के लिए जागरूकता अभियान और कानून-व्यवस्था मजबूत करने के प्रयास लगातार जारी रहेंगे।
शामली (Shamli) की यह घटना “ऑनर किलिंग” की काली सच्चाई को सामने लाती है। यह साबित करती है कि परंपरागत सोच और रूढ़िवादी मानसिकता इंसानियत को ठेस पहुँचा सकती है और किसी की जान ले सकती है।
पिता-पुत्र द्वारा अपनी नाबालिक बेटी की हत्या ने सिर्फ एक परिवार को नहीं बल्कि पूरे समाज को झकझोर दिया है। यह मामला पुलिस की त्वरित कार्रवाई और समाज में महिलाओं की सुरक्षा की जरूरत को रेखांकित करता है।
पुलिस की गिरफ्तारी और जांच यह संदेश देती है कि अपराधियों को किसी भी नाम पर बख्शा नहीं जाएगा और कानून के आगे सभी बराबर हैं। ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई ही समाज में बदलाव लाने और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का एकमात्र रास्ता है।