Shamli टोल पर हिंसा की घटना, सीसीटीवी फुटेज में दबंगों का आतंक साफ दिखा!
दीपक राठी (संवाददाता): उत्तर प्रदेश के जनपद Shamli स्थित मेरठ करनाल हाईवे पर बने टोल प्लाजा पर एक विवाद के दौरान अफरा-तफरी मच गई। यह विवाद जल्द ही मारपीट में तब्दील हो गया, जिससे टोल प्लाजा पर भारी तनाव और भय का माहौल बन गया। आइए, हम आपको इस घटना की पूरी जानकारी देते हैं।
टोल प्लाजा पर विवाद का कारण
यह घटना उस समय हुई जब एक पिकअप गाड़ी को निकालने को लेकर टोल प्लाजा कर्मियों और स्थानीय ग्रामीणों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया। टोल प्लाजा कर्मियों का आरोप है कि इस विवाद के बाद लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से लैस ग्रामीण टोल पर पहुंचे और उन्होंने टोल कर्मियों के साथ मारपीट की। इस हमले में Shamli टोल प्लाजा के दिव्यांग मैनेजर सहित अन्य टोल कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायल टोल कर्मियों का उपचार
इस हिंसक घटना में टोल प्लाजा के मैनेजर समेत पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही Shamli पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में उनका इलाज जारी है और चिकित्सक उनकी स्थिति पर निगरानी रख रहे हैं।

वायरल हुई सीसीटीवी फुटेज
मारपीट की घटना की सीसीटीवी फुटेज भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई है। इस फुटेज में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि दबंग ग्रामीण कैसे टोल प्लाजा पर हमला करते हैं और टोल कर्मियों के साथ बर्बरता से मारपीट करते हैं। यह वीडियो घटना की गंभीरता को दर्शाता है और लोगों के बीच इस पर चर्चा का विषय बन गया है।
Shamli पुलिस कार्रवाई और कार्रवाई की मांग
घायल टोल प्लाजा के मैनेजर ने पुलिस को तहरीर दी है, जिसमें उन्होंने दबंग ग्रामीणों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए प्रयासरत है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
टोल प्लाजा पर सुरक्षा की चिंता
यह घटना टोल प्लाजा पर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है। स्थानीय लोग और यात्री इस प्रकार की घटनाओं को लेकर चिंतित हैं, और यह मांग कर रहे हैं कि टोल प्लाजा पर सुरक्षा को मजबूत किया जाए। Shamli पुलिस ने वादा किया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया जाएगा।
Shamli के टोल प्लाजा पर हुई हिंसक घटना ने सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है। टोल कर्मियों पर हमला करना और सार्वजनिक स्थल पर हिंसा फैलाना एक गंभीर मुद्दा है। इस घटना ने यह सिद्ध कर दिया कि टोल प्लाजा पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।
घायल टोल कर्मियों की स्थिति चिंताजनक है, और पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। वायरल सीसीटीवी फुटेज ने घटना की गंभीरता को उजागर किया है और यह दर्शाता है कि कानून और व्यवस्था की स्थिति को सुधारने की जरूरत है।