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उत्तर प्रदेश में Textile Machine Park से प्रदेश का भविष्य होगा उज्जवल

Textile Machine Park

उत्तर प्रदेश के चपरघटा गांव में 875 एकड़ में बनेगा टेक्सटाइल मशीन पार्क, जो प्रदेश के औद्योगिक विकास को नई दिशा देगा।

 

उत्तर प्रदेश में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है, जो प्रदेश को नई दिशा देगा और पूरे देश में उत्तर प्रदेश का नाम रोशन करेगा। प्रदेश के कानपुर जिले के चपरघटा गांव में एक Textile Machine Park स्थापित किया जाएगा। यह भारत का पहला ऐसा पार्क होगा, जहां पर टेक्सटाइल से जुड़ी मशीनों का निर्माण किया जाएगा। इससे उत्तर प्रदेश न केवल एक नया औद्योगिक हब बनेगा, बल्कि यह पूरे देश के लिए भी एक बड़ी सफलता साबित होगा।

875 एकड़ में स्थापित होगा Textile Machine Park

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के विकास में नित नई पहल कर रहे हैं। इसी कड़ी में, राज्य सरकार की ओर से कानपुर जिले के भोगनीपुर क्षेत्र स्थित चपरघटा गांव में एक बड़े Textile Machine Park की स्थापना की जा रही है। यह पार्क 875 एकड़ में फैला होगा और यहाँ पर टेक्सटाइल मशीनों का निर्माण होगा। इस पार्क के निर्माण से प्रदेश में रोजगार के अवसर पैदा होंगे और अर्थव्यवस्था में मजबूती आएगी।

उत्तर प्रदेश में बनेगा देश का पहला Textile Machine Park

अब तक भारत में Textile Machine पार्क का आयात मुख्य रूप से चीन, वियतनाम, दक्षिण कोरिया, ताइवान और यूरोप से किया जाता था। लेकिन उत्तर प्रदेश का यह कदम भारतीय टेक्सटाइल मशीन उद्योग में एक नई क्रांति लेकर आएगा। इस टेक्सटाइल मशीन पार्क के जरिए उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बनेगा, जहां पर इन मशीनों का निर्माण किया जाएगा।

Uttar Pradesh Textile Machine Park
First Ever Textile Machine Park being built in Uttar Pradesh’s Chhaprghata village, transforming the state’s industrial landscape

40 हजार करोड़ से अधिक का निवेश और विकास की राह

इस परियोजना में लगभग 40 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। इसके माध्यम से अगले पांच वर्षों में निवेश बढ़कर चार लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है। इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश से 30 हजार करोड़ रुपये का निर्यात होने की संभावना है। इस पार्क की स्थापना से न केवल टेक्सटाइल उद्योग में विकास होगा, बल्कि इससे रोजगार के भी लाखों नए अवसर बनेंगे।

पीपीपी मोड में होगा पार्क का निर्माण

उत्तर प्रदेश के लघु उद्योग मंत्री राकेश सचान ने बताया कि इस Textile Machine Park का निर्माण पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड में किया जाएगा। इससे यह परियोजना न केवल तेज गति से विकसित होगी, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी लाभ मिलेगा। इस पार्क से जुड़े प्रोजेक्ट्स में तकनीकी एक्सपर्ट की भी जरूरत होगी, जिससे रोजगार और व्यवसाय के नए अवसर उत्पन्न होंगे।

2030 तक यूपी में होगा वस्त्र उद्योग में क्रांति

उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य 2030 तक राज्य को वस्त्र उद्योग में अग्रणी बनाना है। इस टेक्सटाइल मशीन पार्क के साथ-साथ लखनऊ के पास पीएम मित्र पार्क और अन्य 10 जिलों में टेक्सटाइल पार्क के निर्माण से यूपी वस्त्र उद्योग में एक बड़ा परिवर्तन लाएगा। 2030 तक वस्त्र बाजार का आकार 350 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, और इसके लिए चार लाख करोड़ रुपये की मशीनों की जरूरत होगी।

उत्तर प्रदेश का चपरघटा गांव में स्थापित होने वाला Textile Machine Park प्रदेश के औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। इस पार्क के माध्यम से उत्तर प्रदेश न केवल टेक्सटाइल मशीनों के निर्माण में आत्मनिर्भर बनेगा, बल्कि इससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा मिलेगी। 875 एकड़ में फैला यह पार्क न केवल प्रदेश को वस्त्र उद्योग में अग्रणी बनाएगा।

बल्कि इससे 30 हजार करोड़ रुपये का निर्यात भी होने का अनुमान है। इस परियोजना का उद्देश्य 2030 तक उत्तर प्रदेश को Textile Machine Park के क्षेत्र में वैश्विक नेता बनाना है। इस पहल से प्रदेश में रोजगार के लाखों नए अवसर पैदा होंगे, और साथ ही तकनीकी विशेषज्ञों की भी आवश्यकता होगी, जिससे तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास को बढ़ावा मिलेगा। उत्तर प्रदेश सरकार की यह पहल राज्य की विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।

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