ब्यूरो रिपोर्ट… विटामिन-डी (Vitamin-D) की कमी सेहत के लिए काफी नुकसानदेह होती है। इसलिए कई बार लोग इससे बचने के लिए खुद से ही विटामिन-डी के सप्लीमेंट्स लेना शुरू कर देते हैं।
अगर आप भी ऐसा करते हैं या करने की सोच रहे हैं तो एक बार यह आर्टिकल जरूर पढ़ लें। बिना डॉक्टर की सलाह लिए विटामिन-डी (Vitamin-D) सप्लीमेंट्स लेना सेहत को कैसे प्रभावित कर सकता है। विटामिन-डी को अक्सर “सनशाइन विटामिन” भी कहा जाता है, क्योंकि हमारी स्किन के सूरज की रोशनी के कॉन्टेक्ट में आने पर नेचुरली पैदा होता है।
यह विटामिन हमारे शरीर के लिए कई जरूरी फंक्शन्स करता है, जैसे कि हड्डियों को मजबूत बनाना, इम्युनिटी को बढ़ावा देना, मूड बेहतर करना और थायरॉइड ग्लैंड को हेल्दी रखना ;हालांकि, विटामिन-डी की कमी दुनिया भर में एक आम समस्या है, खासकर उन जगहों में जहां सूरज की रोशनी कम होती है। इस कमी को दूर करने के लिए, कई लोग विटामिन-डी सप्लीमेंट्स लेना शुरू कर देते हैं। इसके कुछ फायदे जरूर हैं, लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह लिए इन सप्लीमेंट्स को लेने से विटामिन-डी टॉक्सिसिटी का रिस्क बढ़ जाता है। आइए जानें इसके क्या नुकसान हो सकते हैं।
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हड्डियों को मजबूत बनाता है- विटामिन-डी (Vitamin-D) कैल्शियम को अब्जॉर्ब करने में मदद करता है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
इम्यून सिस्टम को मजबूत बनवाता है- विटामिन-डी (Vitamin-D) इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करता है और ऑटोइम्यून डिजीज के रिस्क को कम कर सकता है।
मूड को बेहतर बनाता है– विटामिन डी डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। इसलिए इससे मूड बेहतर होता है।
थायरॉइड हेल्थ के लिए अच्छा है– विटामिन-डी थायरॉइड ग्लैंड को हेल्दी रखने में भी मदद करता है।