बागपत (हैदर मलिक): खबर यूपी के बागपत (baghpat) से है, जहां पूर्व जिला मंत्री सतपाल उपाध्याय की गिरफ्तारी के दौरान बागपत पुलिस का वीआईपी ट्रीटमेंट चर्चा का सबब बना हुआ हैं। पुलिस ने जब सतपाल को गिरफ्तार कर जेल भेजा तो इंस्पेक्टर बागपत (baghpat) ने पहले तो कार की खिड़की खोली और फिर हाथ का इशारा करते हुए बड़े आदर सत्कार के साथ आरोपी को प्राइवेट कार में बैठाया। बता दे कि इसके बाद प्राइवेट कार में ले जाकर आरोपी का मेडिकल कराया गया और जिसके बाद जेल भेज दिया गया ।
baghpat में पूर्व जिला मंत्री सतपाल उपाध्याय की गिरफ्तारी
लेकिन बागपत (baghpat) पुलिस के वीआईपी ट्रीटमेंट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है ।और लोग इस वीआईपी ट्रीटमेंट की जमकर चर्चा कर रहे हैं । तस्वीर में आप साफ देख सकते हैं किस तरह से बागपत कोतवाली आरोपी सतपाल से पहले आते हैं और कार की खिड़की खोलते हैं। और उसमें धोखाधड़ी और पथराव के आरोपी सतपाल को बैठाकर खिड़की बंद करते हैं। जिसके बाद प्राइवेट कार में ही आरोपी को मेडिकल के लिए ले जाया जाता है और उसके बाद उसे जेल भेज दिया जाता है ।
बागपत (baghpat) पुलिस किस तरह से आरोपी पर मेहरबान है। इसका अंदाजा आप वीडियो देखकर लगा सकते हैं। दरअसल 23 अक्तूबर को बागपत (baghpat) के देवी चौक मोहल्ले में रहने वाले सोनू ने सतपाल उपाध्याय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। सोनू ने आरोप लगाया कि उन्होंने बीजेपी के जिला मंत्री सतपाल उपाध्याय के पास कमेटी डालकर 8 लाख रुपये इकट्ठे किये थे। बहन की शादी के लिए रुपये मांगे तो बीजेपी के जिला मंत्री सतपाल उपाध्याय ने देने से मना कर दिया।
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जिसके बाद पिता हीरालाल के बीमार होने पर इलाज कराने के लिए रुपये नहीं दिए। बता दे कि इसी के बाद चलते उसके पिता की मौत हो गई। वह अपने पिता का शव लेकर रुपये मांगने पहुंचा तो उन पर पथराव कर दिया गया। इसके बाद शव रखकर लोगों ने भाजपा नेता के घर के बाहर धरना दिया था। जिसके बाद सतपाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।