ब्यूरो रिपोर्टः आजमगढ़ (Azamgarh) में माफिया कुंटू सिंह और एक अधिवक्ता के कनेक्शन को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। माफिया कुंटू सिंह गिरोह के साथ अधिवक्ता का नाम जोड़ने पर मंगलवार को बार एसोसिएशन के अधिवक्ता सड़क पर उतर आए। पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अधिवक्ताओं ने साथी अधिवक्ता का नाम कुंटू गिरोह के साथ जोड़कर गैंगस्टर लगाए जाने का आरोप लगाया। जिसके बाद विरोधी दल सड़क पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। यह मामला आजमगढ़ में गहरी राजनीतिक और सामाजिक हलचल पैदा कर रहा है, और लोग इस मुद्दे को लेकर अपनी चिंता और विरोध जता रहे हैं।
Azamgarh में सड़क पर उतरे अधिवक्ता
आजमगढ़ (Azamgarh) में कुंटू सिंह को एक माफिया के रूप में जाना जाता है, और उनके खिलाफ कई आपराधिक मामलों की रिपोर्ट की गई है। हाल ही में एक नया मामला सामने आया है, जिसमें कहा गया है कि कुंटू सिंह का कनेक्शन स्थानीय अधिवक्ता से है। इस कनेक्शन के संबंध में कई आरोप सामने आए हैं कि अधिवक्ता और माफिया के बीच एक गहरी सांठगांठ हो सकती है, जो कि अपराधी गतिविधियों और सामाजिक व्यवस्था को प्रभावित कर रही है।
दरअसल आपको बता दे कि अधिवक्ताओं ने कहा कि गांव की राजनीति में उनके साथी अधिवक्ता सरफराज अहमद माफिया में नाम जोडकर उनको फंसाया जा रहा है। ग्राम प्रधान द्वारा उनके खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया जाता है। जिसे लेकर पुलिस द्वारा उनके ऊपर एफआईआर दर्ज की गई और उनका नाम कुंटू सिंह गिरोह के साथ जोड़कर गैंगस्टर लगाया जा रहा है। सूचना मिलने के आधार पर अगर पुलिस और प्रशासन इसे वापस नहीं लेता है तो हम हड़ताल करेंगे। आजमगढ़ (Azamgarh) में चक्काजाम की सूचना मिलते ही सीओ सिटी गौरव शर्मा सहित पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। आजमगढ़ के सीओ सिटी ने अधिवक्ताओं से इस संबंध में बात की।
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माफिया और अपराधी गतिविधियों का बढ़ना, खासकर जब वह कानूनी पेशेवरों के साथ जुड़ते हैं, तो समाज में एक बुरा संदेश जाता है और यह आम लोगों के सुरक्षा पर भी खतरा डालता है। आजमगढ़ (Azamgarh) में यह मामला अब स्थानीय राजनीति से लेकर कानूनी और सामाजिक मुद्दों पर भी चर्चा का कारण बन चुका है, और यह देखना होगा कि प्रशासन और स्थानीय नेताओं द्वारा किस प्रकार की कार्रवाई की जाती है।