अरविन्द दुबे (देवरिया, संवाददाता): देवरिया (Deoria) जिले के बरियारपुर थाना क्षेत्र के देवरिया मीर गांव का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। हत्या के प्रयास के आरोपी की गिरफ्तारी के लिए गई पुलिस टीम पर ग्राम प्रधान के परिवार के लोगों की पिटाई के आरोप लगाए गए थे, लेकिन पुलिस ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। पुलिस का दावा है कि आरोपी को पकड़ने के प्रयास में एक व्यक्ति छत से कूद गया, जिससे वह घायल हो गया।
इस घटना के बाद बरहज विधानसभा के भारतीय जनता पार्टी (BJP) विधायक दीपक मिश्रा ने मीडिया से बातचीत के दौरान देवरिया मीर में पुलिस पर लगे गंभीर आरोपों का संज्ञान लिया। उन्होंने थाना अध्यक्ष कंचन राय के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। विधायक ने कहा कि किसी भी हाल में निर्दोष लोगों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पुलिस को निष्पक्ष तरीके से कार्यवाही करनी चाहिए। उन्होंने कहा की इस मामले को वो मुख्यमंत्री के संज्ञान में भी लाएंगे।
Deoria: क्या है पूरा मामला?
देवरिया (Deoria) मीर गांव के ग्राम प्रधान के देवर अर्जुन मल्ल पर हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज है। पुलिस टीम जब अर्जुन मल्ल को गिरफ्तार करने पहुंची तो वह वहां नहीं मिला। इसके बाद ग्राम प्रधान के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके घर में घुसकर परिवार के लोगों की पिटाई की और अभद्रता की। इस घटना में कई लोग घायल हुए, जिन्हें इलाज के लिए महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
ग्राम प्रधान द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद क्षेत्र में राजनीति तेज हो गई है। बीजेपी विधायक दीपक मिश्रा ने साफ तौर पर कहा है कि अगर पुलिस ने इस मामले में लापरवाही बरती है, तो दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सीओ सलेमपुर दीपक शुक्ला ने इस पूरे मामले पर रिपोर्ट तैयार करने की बात कही है।
वहीं, Deoria पुलिस प्रशासन का कहना है कि आरोप गलत हैं और जांच के बाद ही किसी भी तरह की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का दावा है कि आरोपी को पकड़ने की कोशिश के दौरान ग्राम प्रधान के परिवार का एक सदस्य खुद ही छत से गिरकर घायल हुआ।
Deoria
आगे की कार्रवाई
इस पूरे मामले पर पुलिस और प्रशासन की ओर से जांच की जा रही है। स्थानीय लोग भी इस घटना पर बंटे हुए हैं। कुछ का मानना है कि पुलिस ने ज्यादती की, जबकि कुछ का कहना है कि पुलिस को आरोपियों के खिलाफ सख्ती बरतनी चाहिए।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और विधायक दीपक मिश्रा के बयान के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर क्या असर पड़ता है।