Baghpat कांवड़ यात्रा 2025: डीआईजी नैथानी की बैठक में उठाए गए ये 7 बड़े कदम!
ब्यूरो रिपोर्टः उत्तर प्रदेश के Baghpat में कांवड़ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर डीआईजी कालानिधि नैथानी ने पुलिस लाइन सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक की है। बागपत के ऐतिहासिक पुरा महादेव परशुरामेश्वर मंदिर पर होने वाले मेले में लाखों शिवभक्त हरिद्वार से गंगाजल लाकर भगवान शिव को अर्पित करते हैं।
यूपी के Baghpat कांवड़ यात्रा 2025
हरियाणा, गाजियाबाद और दिल्ली के शिवभक्त मुजफ्फरनगर के रास्ते Baghpat से होकर गुजरते हैं। पुलिस प्रशासन ने कांवड़ यात्रा को सुरक्षित संपन्न कराने की पूरी तैयारी कर ली है। Baghpat डीआईजी ने पुलिसकर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही अपराध नियंत्रण और लंबित विवेचनाओं के तुरंत निस्तारण पर भी चर्चा की गई है।
सुरक्षा और श्रद्धा का संगम
सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर रहेगी। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से कांवड़ यात्रा और मेला परिसर की निगरानी की जाएगी। Baghpat पुलिस असामाजिक तत्वों पर विशेष नजर रख रही है। जनपद में निरंतर पैदल गश्त और चेकिंग अभियान चलाया जाएगा।
पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क
बता दे कि इस दौरान बैठक में डीआईजी के साथ बागपत एसपी सूरज कुमार राय, एडिशनल एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह सहित जनपद के अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। Baghpat कांवड़ यात्रा 2025 को सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क और तैयार है।

डीआईजी नैथानी ने दिया एक्शन प्लान
Baghpat डीआईजी कालानिधि नैथानी द्वारा आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में न केवल सुरक्षा इंतज़ामों की समीक्षा की गई, बल्कि अपराध नियंत्रण और लंबित मामलों के शीघ्र निस्तारण पर भी विशेष जोर दिया गया। इस वर्ष की कांवड़ यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि एक संगठित प्रशासनिक सफलता के रूप में भी देखी जाएगी। बागपत पुलिस और प्रशासन की यह तैयारी आस्था और सुरक्षा का संतुलन स्थापित करती है।
हर स्तर पर समन्वय और निगरानी जरूरी
इस बैठक में सिर्फ यात्रा नहीं, बल्कि स्थानीय अपराध नियंत्रण और लंबित विवेचनाओं के निस्तारण पर भी जोर दिया गया। डीआईजी नैथानी ने साफ निर्देश दिए कि कांवड़ यात्रा के दौरान किसी प्रकार की कानून-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न न हो, इसके लिए हर स्तर पर समन्वय और निगरानी जरूरी है।
Baghpat का पुरा महादेव परशुरामेश्वर मंदिर लाखों शिवभक्तों की आस्था का केंद्र है। हर साल कांवड़िए हरिद्वार से गंगाजल लाकर भगवान शिव को अर्पित करते हैं। ऐसे में यह जरूरी था कि इस विशाल धार्मिक आयोजन को लेकर प्रशासन पूरी जिम्मेदारी और संवेदनशीलता के साथ काम करे — और वह स्पष्ट रूप से होता नजर आ रहा है।
Baghpat कांवड़ यात्रा 2025 न केवल आस्था और श्रद्धा का पर्व होगी, बल्कि प्रशासनिक अनुशासन और प्रभावशाली प्रबंधन का भी उदाहरण बनेगी। डीआईजी कालानिधि नैथानी के नेतृत्व में उठाए गए कदम यह सुनिश्चित करते हैं कि श्रद्धालु निश्चिंत होकर अपनी यात्रा कर सकें।