Muzaffarnagar में मुस्कान की दोपहर की मासूम नींद बनी परिवार की सबसे बड़ी त्रासदी
गौरव चौटाला (संवाददाता): उत्तर प्रदेश के Muzaffarnagar जनपद में एक परिवार पर उस समय दुखों का पहाड़ टूट पड़ा जब माँ के साथ कमरे में सो रहे मासूम भाई बहन किस समय मौत की नींद में समा गए ये किसी को पता नहीं चल सका। दरसअल हुआ यूं कि Muzaffarnagar के भोपा थाना क्षेत्र के रूड़काली तालाब अली गांव में मां मुस्कान के साथ उसका एक 5 वर्षीय बेटा अरहान और 1 वर्षीय बेटी इनाया दोपहर में घर के एक कमरे में सोए हुए थे।
उत्तर प्रदेश Muzaffarnagar परिवार त्रासदी
बताया जा रहा है कि मर्तक बच्चो का पिता वसीम चंडीगढ़ में रहकर वेल्डिंग का काम करता है जिसके चलते आज जब वसीम का फोन माँ मुस्कान के पास आया, तो उसने बच्चों का हाल-चाल जाना तब मुस्कान ने कहा कि बच्चे सो रहे हैं लेकिन मुस्कान को क्या पता था कि बच्चे मौत की नींद में सोए हुए हैं।
एक चुप्पी, जो मौत की दस्तक बन गई
माँ मुस्कान ने जब बच्चों को उठाना चाहा तो वह नहीं उठे जिसके बाद आनन फानन में बच्चों को डॉक्टर के पास लेकर जाया गया। जहां डॉक्टर ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया संदिग्ध परिस्थितियों में हुई दोनों बच्चों की मौत का राज क्या है यह अभी किसी को नहीं पता चला है। बरहाल सूचना पर पहुंची पुलिस ने चप्पे चप्पे की बारीकी से जांच पड़ताल करते हुए दोनों बच्चों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।
मर्तक बच्चो के शरीर पर चोट का कोई निशान
Muzaffarnagar के आलाधिकारियों की माने तो बच्चों की मौत का राज तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। लेकीन मर्तक बच्चो के शरीर पर चोट का कोई निशान ना होने के चलते पुलिस इस मामले की बारीकी से जांच पड़ताल कर रही है। जिसकी जानकारी देते हुए Muzaffarnagar एसपी ग्रामीण आदित्य बंसल ने बताया है।
मुजफ्फरनगर एसएचओ सीओ और मैं स्वयं मौके पर पहुंचे
कि थाना भोपा क्षेत्रअंतर्गत ग्राम रूड़कली तालाब अली में दो बच्चों की एक लड़का अरहान पुत्र वसीम जिसकी उम्र लगभग 4 से 5 वर्ष है और एक लड़की इनाया पुत्री वसीम जिसकी उम्र लगभग 1 वर्ष है। इन दोनों की मृत्यु की सूचना मिली तत्काल मौके पर Muzaffarnagar एसएचओ सीओ और मैं स्वयं मौके पर पहुंचे निश्चित ही जो मृत्यु हुई है।

डिटेल में इसमें जांच कर विधिक कार्रवाई की जा रही
ससपीसीयस संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हुई है और दोनों के शरीर पर कोई बाहरी चोट नहीं है स्पष्ट जो मृत्यु का कारण है अभी तक सामने नहीं आया है दोनों का पंचायत नामा भरा गया है और दोनों को पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया है डिटेल में इसमें जांच कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के Muzaffarnagar में घटित यह पारिवारिक त्रासदी केवल एक खबर नहीं है, बल्कि हर उस परिवार के लिए चेतावनी है जो सोचता है कि “सब ठीक है” जब तक कोई आवाज न आए। माँ मुस्कान को क्या पता था कि उसके बच्चे, जिनके बारे में वह पति वसीम को यह कह रही थी कि “सो रहे हैं”, दरअसल हमेशा की नींद सो चुके थे।
उत्तर प्रदेश के Muzaffarnagar जिले में घटित यह हृदयविदारक घटना हमें यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि ज़िंदगी कितनी अनिश्चित और नाज़ुक है। माँ मुस्कान के साथ सो रहे मासूम अरहान और इनाया कब मौत की गोद में समा गए, इसका अंदाज़ा किसी को नहीं हो पाया।
एक शांत दोपहर, एक आम दिन, और उसी दौरान हुआ एक ऐसा हादसा जिसने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया।इस घटना की गंभीरता सिर्फ उस परिवार तक सीमित नहीं होनी चाहिए। यदि समाज, प्रशासन और परिवार इस हादसे से सबक लेकर एक-एक घर को सुरक्षित बनाने की दिशा में आगे बढ़े, तो शायद अरहान और इनाया की आखिरी नींद से कुछ जीवन बच सकें।