Muzaffarnagar मानसून पहली बारिश: राहत या परेशानी? जानिए हकीकत!
गौरव चौटाला (संवाददाता): खबर उत्तर प्रदेश के Muzaffarnagar से है, जहां जनपद में सुबह सवेरा मानसून की पहली जोरदार बरसात हुई है। दरअसल जिसके चलते नगर में जगह-जगह कई कई फिट पानी भर गया जो आम जनमानस के लिए मुसीबत बन गया जगह-जगह पानी भरने से जहां लोग घरों में कैद हो गए ।
Muzaffarnagar मानसून पहली बारिश ने गर्मी से राहत दी
तो वही पड़ रही भीषण गर्मी से भी आम जनता को बड़ी राहत मिली है। बता दे कि Muzaffarnagar में जोरदार बारिश के चलते नगर का हृदय कहे जाने वाले शिव चौक के आसपास की सड़के पानी से लबालब हो गई जो नगर पालिका प्रशासन की पोल खोलती नजर आ रही हैं इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की बरसात से पहले किस तरह नगर पालिका ने पानी निकासी के लिए अपनी तैयारियां की होगी।
नगर पालिका की वजह से पानी का जल भराव
बरहाल जो भी हो लेकीन इस बरसात से किसानों के चहरे खिले हुए है। आपको बता दे कि इस बरसात को लेकर Muzaffarnagar के आम नागरिक प्रशांत कुमार का जहाँ कहना है, कि इससे मौसम सुहाना तो हुआ है गर्मी में भी राहत मिला है पर हमारे यहां Muzaffarnagar नगर पालिका की वजह से पानी का जल भराव जगह-जगह ज्यादा हो रहा है जिसे निकालने में असुविधा हो रही है।
जानें कैसे जलमग्न हो गया शिव चौक
अगर कृपा करके नगर पालिका थोड़ा नाली का सफाई का थोड़ा ध्यान करें जैसे हमारे सामने ही है पहले छोटी मशीन से अब तो जेसीबी से नाले साफ ही नहीं हो रहे गर्मी तो बड़ी खतरनाक थी टेंपरेचर तो नहीं था लेकिन उमस बहुत ज्यादा थी उससे काफी राहत मिली है और आगे हो जाए तो और भी अच्छा है। तो वही Muzaffarnagar के आम नागरिक दयानंद चौधरी की माने तो राहत तो काफी मिली है।

मुजफ्फरनगर शहर में जगह-जगह पानी भर रहा
काफी दिनों से बहुत भयंकर गर्मी पड़ रही थी बिजली होने के बाद भी कूलर चल रहा है पंखा चल रहा है लेकिन हमें फिर भी राहत नहीं मिल रही थी आज हरि की कृपा से बारिश हुई है रात तो काफी मिली है लेकिन इससे थोड़ी सी समस्या पैदा हो गई है Muzaffarnagar शहर में जगह-जगह पानी भर रहा है नालियां मैं भर रहा है चेयरमैन साहब को ध्यान देने की जरूरत है की नाले वाले खोल करके सफाई की जाए।
शहर वासी को परेशानी का सामना करना
और पानी के निकलने की व्यवस्था की जाए जहां भी जल भराव हो रहा है काफी जगह हो रहा है उससे शहर वासी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, दरअसल जोरदार बारिश ने गर्मी का क़हर तो भुला दिया पर पानी निकासी की ज़िम्मेदारियाँ भी सामने रख दी। अगली बारिश से पहले जलनिकासी तंत्र की मजबूती ही ध्यान से देखी जानी चाहिए।
Muzaffarnagar में मानसून की पहली बारिश ने जहां भीषण गर्मी से जूझ रही जनता को बड़ी राहत दी, वहीं नगर पालिका की तैयारियों की पोल भी खोल दी। शिव चौक जैसे मुख्य इलाके में पानी भराव यह दर्शाता है कि जलनिकासी की व्यवस्था पूरी तरह से फेल रही। यह स्थिति यह सोचने पर मजबूर करती है कि अगर पहली ही बारिश में हालात ऐसे हैं, तो आगामी मानसून में क्या हाल होगा?
प्रशासन को अब केवल आश्वासन नहीं, बल्कि मज़बूत और ज़मीनी कार्यवाही करनी होगी। जनता को चाहिए कि वे सजग रहें, समस्याओं की रिपोर्ट प्रशासन तक पहुँचाएँ और बरसात में सफाई और स्वास्थ्य संबंधी उपायों का पालन करें। वहीं नगर पालिका को चाहिए कि आने वाली बारिशों के लिए जलनिकासी व्यवस्था को पूरी तरह सुदृढ़ करें ताकि जनता को राहत के साथ सुरक्षा भी मिले।
Muzaffarnagar मानसून पहली बारिश ने यह स्पष्ट कर दिया कि प्राकृतिक राहत तभी पूरी तरह कारगर हो सकती है, जब शहरी व्यवस्थाएं भी उतनी ही जिम्मेदारी से निभाई जाएँ।