Police Ki Giraft Me Kuldeep Pandey Aur Aashish Pandey
कासगंज (Kasganj) उत्तर प्रदेश के कासगंज (Kasganj) जिले में शुक्रवार देर शाम पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन (स्वराज गुट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय और प्रदेश अध्यक्ष आशीष पांडेय को गिरफ्तार कर लिया। दोनों नेता आपस में सगे भाई बताए जा रहे हैं। पुलिस के अनुसार इन पर पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। गिरफ्तारी के बाद जिले की राजनीति और किसान संगठनों में हलचल मच गई है।
सोशल मीडिया पर सक्रिय थे दोनों भाई
कासगंज (Kasganj) पुलिस सूत्रों के मुताबिक दोनों भाई पिछले कई दिनों से कासगंज (Kasganj) पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारियों के खिलाफ सोशल मीडिया पर लगातार विरोध कर रहे थे। वे फेसबुक और अन्य प्लेटफार्मों पर पोस्ट डालकर पुलिस अधिकारियों को कटघरे में खड़ा कर रहे थे।
इसके अलावा हाल ही में उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा था। इसी के बाद से पुलिस और इन दोनों नेताओं के बीच टकराव और गहराने लगा था।
एटा से लौटते वक्त की गई गिरफ्तारी
कासगंज (Kasganj) पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को दोनों भाई किसी काम से एटा गए थे। वापस लौटते समय पुलिस ने उन्हें रास्ते से ही गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी की खबर मिलते ही क्षेत्र में चर्चा तेज हो गई और सोशल मीडिया पर भी यह मामला वायरल होने लगा।
कासगंज (Kasganj) पुलिस ने देर शाम एक महिला की तहरीर पर दोनों भाइयों के खिलाफ जान से मारने की नीयत से फायरिंग करने का मुकदमा भी दर्ज किया।

एसपी अंकिता शर्मा का बयान
कासगंज (Kasganj) की एसपी अंकिता शर्मा ने प्रेसवार्ता में बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपी खुद को भारतीय किसान यूनियन (स्वराज गुट) का पदाधिकारी बताते हैं।
कासगंज (Kasganj) एसपी ने कहा, “इन तथाकथित किसान नेताओं का किसानों की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। यह लोग केवल संगठन के नाम का दुरुपयोग कर रहे थे। दोनों भाइयों पर पहले से ही लगभग तीन दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें मारपीट, अवैध वसूली और धमकी देने जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।”
ग्रामीण इलाकों में दबदबा बनाने की कोशिश
कासगंज (Kasganj) पुलिस के अनुसार दोनों भाइयों का कासगंज के कोतवाली ढोलना क्षेत्र के गढ़ी हरानाठेर गांव से ताल्लुक है। आरोप है कि ये लंबे समय से खुद को किसान नेता बताकर ग्रामीण क्षेत्रों में दबदबा बनाने की कोशिश कर रहे थे। किसानों की समस्याओं को लेकर ये सार्वजनिक रूप से बड़े-बड़े दावे करते थे, लेकिन वास्तव में इनकी गतिविधियां आपराधिक प्रवृत्ति की थीं।
गिरफ्तारी पर मचा बवाल
गिरफ्तारी की खबर फैलते ही कासगंज (Kasganj) इलाके में मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिली। कुछ लोग इसे सही कदम बता रहे हैं, वहीं किसान यूनियन (स्वराज गुट) से जुड़े कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह कार्रवाई पूरी तरह से राजनीतिक दबाव में की गई है। उनका कहना है कि दोनों भाइयों ने भ्रष्टाचार और अवैध वसूली के मामलों को उजागर किया था, जिसकी वजह से पुलिस ने उन्हें निशाने पर लिया।
हालांकि कासगंज (Kasganj) पुलिस का कहना है कि कार्रवाई पूरी तरह साक्ष्यों के आधार पर की गई है और आरोपियों के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।
आगे की कार्रवाई
कासगंज (Kasganj) पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं अधिकारियों ने साफ किया है कि किसान संगठन के नाम पर अवैध गतिविधियों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।