Bulandshahr Ke Khurja Me 22 Mahine Ki Bachhi Aleena Ki Pokhar Me Doobne Se Maut
बुलंदशहर संवाददाता हिना अहमद बुलंदशहर (Bulandshahr) के खुर्जा देहात थाना क्षेत्र के वाजिदपुर गांव में गुरुवार सुबह उस समय हाहाकार मच गया जब गांव के पोखर से ढाई साल से भी कम उम्र की मासूम बच्ची अलीना का शव बरामद हुआ। मासूम बुधवार शाम से ही घर से लापता थी। रातभर चली तलाश के बाद जब सुबह ग्रामीणों ने पोखर में उसका शव देखा तो पूरे गांव में मातम पसर गया। बुलंदशहर (Bulandshahr) पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच में जुटी है।

खेलते-खेलते पोखर की ओर चली गई मासूम
बुलंदशहर (Bulandshahr) के खुर्जा देहात थाना क्षेत्र के ग्रामीणों के मुताबिक अलीना घर के आंगन में खेल रही थी। परिजनों का कहना है कि बच्ची खेलते-खेलते बाहर निकल गई और पोखर के किनारे पहुंच गई। पोखर के पास किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था न होने की वजह से उसके गिरने की आशंका जताई जा रही है। गांववालों का कहना है कि यह हादसा पूरी तरह लापरवाही का नतीजा है, क्योंकि पोखर के चारों ओर बच्चों को रोकने के लिए कोई बैरिकेडिंग नहीं है।
लापता होने के बाद मचा हड़कंप
बुधवार की शाम जब बच्ची घर पर नहीं मिली तो परिजनों ने उसे गांवभर में ढूंढना शुरू किया। रिश्तेदारों और पड़ोसियों के घर तक खबर भेजी गई, लेकिन बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला। रातभर परिजन व ग्रामीण टॉर्च लेकर खेतों और गलियों में खोजबीन करते रहे। लेकिन सुबह तक जब कुछ पता नहीं चला तो सभी की चिंता और बढ़ गई।
सुबह पोखर में मिला शव
गुरुवार सुबह बुलंदशहर (Bulandshahr) के गांव के कुछ लोग जब पोखर के पास पहुंचे तो उन्होंने पानी में कुछ तैरता हुआ देखा। पास जाकर देखा तो पता चला कि वह मासूम अलीना का शव था। यह नजारा देखकर ग्रामीणों के होश उड़ गए। तुरंत परिजनों को बुलाया गया। परिजनों ने जैसे ही मासूम का शव देखा तो रो-रोकर विलाप करने लगे। पूरे गांव में मातम का माहौल पसर गया।
पुलिस ने संभाली स्थिति
सूचना पाकर बुलंदशहर (Bulandshahr) खुर्जा देहात थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने पंचायतनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। बुलंदशहर (Bulandshahr) खुर्जा देहात थाना पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्राथमिक जांच में यह मामला हादसा प्रतीत हो रहा है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों की पुष्टि हो पाएगी।
परिजनों का बुरा हाल
बुलंदशहर (Bulandshahr) के खुर्जा देहात थाना क्षेत्र में मासूम की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मां-बाप का कहना है कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि उनकी बेटी इस तरह अचानक उनसे छिन जाएगी। गांव के लोग लगातार पीड़ित परिवार को ढांढस बंधा रहे हैं, लेकिन हर कोई इस दर्दनाक घटना से गमगीन है। ग्रामीणों की आंखें नम हो गई हैं और माहौल पूरी तरह शोकाकुल है।
सुरक्षा इंतज़ामों पर उठे सवाल
गांव के लोगों का कहना है कि वाजिदपुर और आसपास के गांवों में बने कई पोखर बच्चों के लिए खतरा बने हुए हैं। न तो इनके चारों ओर कोई दीवार है और न ही सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि सभी तालाबों और पोखरों की सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग की जाए और नियमित रूप से उनकी देखभाल की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी कोई त्रासदी दोबारा न हो।
प्रशासन ने दिलाया भरोसा
बुलंदशहर (Bulandshahr) के खुर्जा देहात स्थानीय प्रशासन ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाएगी और परिजनों को सरकारी सहायता दिलाई जाएगी।
22 माह की मासूम अलीना की मौत ने पूरे बुलंदशहर (Bulandshahr) जिले को झकझोर दिया है। यह घटना जहां परिजनों के लिए कभी न भरने वाला घाव छोड़ गई है, वहीं प्रशासनिक लापरवाही और सुरक्षा इंतज़ामों पर भी बड़े सवाल खड़े करती है। ग्रामीणों की मांग है कि इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए ठोस कदम उठाए जाएं ताकि किसी और परिवार को इस तरह की त्रासदी का सामना न करना पड़े।