Rashtriya Adhyaksh AJP Swami Prasad Maurya
गाजीपुर (Ghazipur) उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर सियासी सरगर्मी बढ़ाने वाले अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्या ने गुरुवार को गाजीपुर (Ghazipur) में बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि “2027 का चुनाव भाजपा की विदाई का चुनाव साबित होगा।” मौर्या ने दावा किया कि भाजपा के पाप का घड़ा अब भर चुका है और जनता पूरी तरह से उसके खिलाफ खड़ी हो गई है।
गाजीपुर (Ghazipur) में वे यहां ‘सम्मान संविधान जनहित हुंकार यात्रा’ के छठवें चरण के तहत पहुंचे थे। इस यात्रा की शुरुआत 15 मार्च 2025 को लखनऊ से हुई थी और अब यह कई जिलों से होते हुए गाजीपुर पहुंची। सभा में मौर्या ने भाजपा के खिलाफ जमकर निशाना साधा और विपक्षी एकता का संदेश भी दिया।

लोकमोर्चा का गठन
गाजीपुर (Ghazipur) में स्वामी प्रसाद मौर्या ने ऐलान किया कि भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए 10 पार्टियों का एक गठबंधन बनाया गया है, जिसे ‘लोकमोर्चा’ नाम दिया गया है। उनका कहना था कि इस मोर्चे का मकसद भाजपा की नीतियों और उसके कुशासन के खिलाफ जनता की आवाज बुलंद करना है।
मौर्या ने गाजीपुर (Ghazipur) में दावा किया कि यह मोर्चा प्रदेश की राजनीति में निर्णायक भूमिका निभाएगा और जनता को एक मजबूत विकल्प देगा। उन्होंने कहा, “भाजपा ने पिछले कई वर्षों में सिर्फ जनता को धोखा देने का काम किया है। अब समय आ गया है कि उसका हिसाब लिया जाए।”
सपा, बसपा और कांग्रेस से सहयोग का संकेत
गाजीपुर (Ghazipur) सभा में बोलते हुए मौर्या ने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा को हराने के लिए वे समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस जैसे विपक्षी दलों से भी हाथ मिलाने में कोई संकोच नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा, “भाजपा के पाप का घड़ा भर चुका है। अब इस घड़े को फोड़ने के लिए राइट माइंडेड पार्टियों से सहयोग लेने में कोई परहेज़ नहीं है। हमारा मकसद सिर्फ भाजपा की विदाई है।”
इस बयान से साफ है कि आगामी चुनाव में विपक्षी एकता को लेकर बातचीत और तेज हो सकती है।
भाजपा पर गंभीर आरोप
मौर्या ने गाजीपुर (Ghazipur) में अपने संबोधन में भाजपा पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने संविधान और सामाजिक न्याय के साथ खिलवाड़ किया है। किसानों, गरीबों और बेरोजगारों को उनके अधिकारों से वंचित रखा गया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने समाज को बांटने का काम किया है और उसके शासनकाल में आम जनता का जीवन और कठिन हो गया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं और जनता से अपील की कि वे भाजपा के खिलाफ एकजुट हों और 2027 में उसे पूरी तरह सत्ता से बाहर करें।
हुंकार यात्रा का उद्देश्य
मौर्या की ‘सम्मान संविधान जनहित हुंकार यात्रा’ का मकसद प्रदेशभर में जनसंपर्क करना और भाजपा की नाकामियों को जनता के बीच उजागर करना है। यात्रा का फोकस संविधान बचाने और सामाजिक न्याय की आवाज को मजबूत करने पर है।
उन्होंने कहा कि यह यात्रा न केवल भाजपा की गलत नीतियों का पर्दाफाश कर रही है, बल्कि जनता को उनके अधिकारों के प्रति भी जागरूक बना रही है।
गाजीपुर में जोशपूर्ण स्वागत
गाजीपुर (Ghazipur) पहुंचने पर मौर्या का कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने फूल-मालाओं से जोरदार स्वागत किया। रैली स्थल पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे और ‘भाजपा हटाओ-देश बचाओ’ के नारे गूंजते रहे।
गाजीपुर (Ghazipur) सभा में मौर्या ने कार्यकर्ताओं से कहा कि यह आंदोलन सिर्फ एक पार्टी के खिलाफ नहीं बल्कि लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए है। उन्होंने भरोसा जताया कि लोकमोर्चा जनता के सहयोग से भाजपा को सत्ता से बाहर करने में सफल होगा।
गाजीपुर (Ghazipur) की इस सभा ने साफ कर दिया कि स्वामी प्रसाद मौर्या अब भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विपक्षी मोर्चा खड़ा करने की दिशा में आगे बढ़ चुके हैं। 10 पार्टियों का गठबंधन ‘लोकमोर्चा’ और सपा-बसपा-कांग्रेस से सहयोग का संकेत विपक्षी एकजुटता की ओर इशारा है।
2027 का विधानसभा चुनाव भले ही अभी दो साल दूर है, लेकिन जिस तरह से मौर्या ने भाजपा पर हमलावर रुख अपनाया है, उससे यह तय है कि आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश की राजनीति और ज्यादा गर्माएगी।