Muzaffarnagar Court Me 2 Paksho Me Hinsak Jhadap
मुजफ्फरनगर (संवाददाता गौरव चौटाला) : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में मंगलवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब जिला कचहरी परिसर में पति-पत्नी के विवाद के दौरान दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए। मामूली कहासुनी कुछ ही मिनटों में हिंसा में बदल गई और पूरा परिसर जंग का मैदान बन गया। दोनों ओर से लात-घूंसे और बेल्टें चलने लगीं। इस दौरान कई लोग घायल हो गए, जिन्हें पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अस्पताल में भर्ती कराया। घटना का वीडियो वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने मोबाइल में रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जो अब जनपद में चर्चा का विषय बना हुआ है।

चार साल पुराने वैवाहिक विवाद ने कचहरी में पकड़ा उबाल
मामला मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) निवासी लइक अहमद की पुत्री नीलोफर सिद्दीकी और मेरठ जनपद के इंचौली गांव निवासी अफजल से जुड़ा है। करीब चार वर्ष पूर्व दोनों का निकाह हुआ था, लेकिन शादी के बाद से ही पति-पत्नी के बीच विवाद शुरू हो गया।
पीड़िता नीलोफर का आरोप है कि उसका पति अफजल और ससुराल पक्ष लगातार अतिरिक्त दहेज की मांग करते रहे। कई बार उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया गया। आखिरकार वह अपने मायके मुजफ्फरनगर लौट आई और पति व ससुराल वालों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
इसी प्रकरण में दोनों पक्षों को समझौते के लिए कचहरी परिसर स्थित मीडिएशन सेंटर में बुलाया गया था। मंगलवार को दोनों पक्ष अपने-अपने परिजनों के साथ पहुंचे। बातचीत के दौरान किसी बात पर तीखी नोकझोंक हुई और मामला मारपीट में बदल गया।
देखते ही देखते दर्जनों लोग एक-दूसरे पर टूट पड़े। किसी ने बेल्ट से वार किया तो किसी ने मुक्कों-लातों से हमला कर दिया। घटना इतनी तेज़ी से घटी कि वहां मौजूद वकील और आम लोग बीच-बचाव तक नहीं कर पाए।

पीड़िता नीलोफर ने लगाया गंभीर आरोप, वायरल वीडियो से बढ़ी हलचल
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) की मारपीट की इस घटना के बाद जब वीडियो वायरल हुआ तो पीड़िता नीलोफर सिद्दीकी ने मीडिया के सामने अपना दर्द बयां किया। उसने कहा —
“मेरे साथ बहुत बदतमीजी की गई। मेरे कपड़े फाड़ दिए गए, हाथों में चोटें आईं। ये लोग चार साल से लगातार मुझसे दहेज में नकद और घर की मांग कर रहे हैं। आज ये कोर्ट में 50 लोगों को लेकर आए और मेरे पिता व भाई को भी मारा। अब मैं चाहती हूं कि इन्हें सख्त से सख्त सजा मिले ताकि किसी और लड़की के साथ ऐसा न हो।”
नीलोफर ने आगे कहा कि उसके ससुराल वाले “घर लेकर आओ, पैसा लेकर आओ” जैसी बातें कहकर मानसिक रूप से परेशान करते हैं। अब मामला केवल पारिवारिक विवाद न रहकर महिला उत्पीड़न और हिंसा का रूप ले चुका है।
वहीं इस घटना के बाद आसपास के लोगों में भी नाराजगी देखने को मिली। कई सामाजिक संगठनों ने इस मामले को लेकर महिला सुरक्षा और कचहरी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।

पुलिस ने किया हस्तक्षेप, जांच में जुटी टीम
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में घटना की सूचना मिलते ही कचहरी चौकी पुलिस और 112 पीआरवी टीम मौके पर पहुंची और किसी तरह झगड़े को शांत कराया। दोनों पक्षों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
इस मामले में सीओ सिटी सिद्धार्थ के मिश्रा मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) ने बताया —
“कचहरी परिसर में पति-पत्नी के दो पक्षों के बीच झगड़े की सूचना मिली थी। मौके पर पुलिस पहुंचकर मामला शांत कराया गया। प्रारंभिक जांच में यह मामला दहेज विवाद और पारिवारिक मतभेद से जुड़ा प्रतीत होता है। आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।”
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) पुलिस का कहना है कि वायरल वीडियो के आधार पर दोषियों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कचहरी की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) की यह घटना उस स्थान पर हुई जहां हर दिन सैकड़ों वकील, न्यायिक अधिकारी और आम लोग मौजूद रहते हैं। ऐसे में कचहरी जैसे सुरक्षित क्षेत्र में खुलेआम मारपीट होना प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलता है।
स्थानीय वकीलों ने कहा कि यदि समय रहते पुलिस न पहुंचती तो बड़ा हादसा हो सकता था। उन्होंने मांग की है कि कोर्ट परिसर में सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए और हर मीडिएशन सुनवाई में CCTV व पुलिस की उपस्थिति अनिवार्य की जाए।