Hapur CHC File Photo
हापुड़ (संवाददाता सोनू चौधरी) : हापुड़ (Hapur) सरकार एक ओर शहरों से लेकर गांवों तक स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, वहीं जमीनी स्तर पर हालात सरकार की मंशा के बिल्कुल उलट नजर आ रहे हैं। हापुड़ जिले के विकास खंड सिंभावली अंतर्गत गांव जखेड़ा रहमतपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इसका जीता-जागता उदाहरण है। यहां मरीजों और स्टाफ को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए लगाया गया सरकारी हैंडपंप पिछले कई वर्षों से खराब पड़ा हुआ है, लेकिन अब तक किसी जिम्मेदार अधिकारी या जनप्रतिनिधि ने इसे दुरुस्त कराने की जहमत नहीं उठाई।

मरीजों की परेशानी, दवा से पहले पानी की चिंता
हापुड़ (Hapur) जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रोजाना ग्रामीण इलाकों से मरीज इलाज और दवा लेने आते हैं। लेकिन केंद्र में पीने के पानी की कोई व्यवस्था न होने के कारण मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। हैंडपंप खराब होने की वजह से मरीजों को बाहर से पानी लाना पड़ता है, जिससे बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को विशेष दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
गांव से पानी लाने को मजबूर स्टाफ और मरीज
हापुड़ (Hapur) के सिम्भावली के ग्रामीणों का कहना है कि स्वास्थ्य केंद्र गांव से बाहर स्थित है। ऐसे में जब पानी की व्यवस्था नहीं होती तो मरीजों और स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों को गांव से पानी लाना पड़ता है। गर्मी के दिनों में यह परेशानी और भी बढ़ जाती है। कई बार मरीजों को सिर्फ पानी न मिलने की वजह से असहज स्थिति में रहना पड़ता है।
कई बार शिकायत, फिर भी नहीं हुआ समाधान
हापुड़ (Hapur) जिले के ग्रामीणों ने बताया कि हैंडपंप काफी समय से खराब पड़ा है। इस संबंध में कई बार ग्राम प्रधान और संबंधित विभागीय अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला। न तो हैंडपंप की मरम्मत कराई गई और न ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई।
ग्राम विकास अधिकारी को भी दी गई सूचना
हापुड़ (Hapur) के सिम्भावली के ग्रामीणों का कहना है कि हापुड़ (Hapur) के ग्राम विकास अधिकारी को भी इस समस्या से अवगत कराया गया था। उन्होंने हैंडपंप को सही कराने का भरोसा तो दिया, लेकिन आज तक मरम्मत का काम नहीं कराया गया। इससे ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।
गजब की बात: प्रधान को नहीं थी जानकारी
हापुड़ (Hapur) जिले के इस पूरे मामले में तब हैरानी और बढ़ गई जब ग्राम प्रधान सुरेशचंद से हैंडपंप खराब होने के बारे में पूछा गया। ग्राम प्रधान ने साफ तौर पर कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। गांव के सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में वर्षों से हैंडपंप खराब पड़ा है और प्रधान को इसकी जानकारी तक नहीं, यह स्थिति विकास कार्यों की निगरानी पर बड़ा सवाल खड़ा करती है।
जागरूक प्रधान पर सवाल
ग्रामीणों का कहना है कि यदि ग्राम प्रधान को गांव के अस्पताल जैसी बुनियादी सुविधा की जानकारी नहीं है, तो अन्य विकास कार्यों पर ध्यान कैसे दिया जा रहा होगा। एक जागरूक प्रधान की जिम्मेदारी होती है कि वह गांव की मूलभूत समस्याओं से अवगत रहे, लेकिन यहां तस्वीर कुछ और ही नजर आती है।
अब मिला आश्वासन, कब होगा काम?
जब इस मुद्दे पर दोबारा सवाल उठाया गया और प्रधान को जानकारी दी गई, तब ग्राम प्रधान सुरेशचंद ने कहा कि अब उन्हें इस समस्या की जानकारी मिली है। उन्होंने आश्वासन दिया कि संबंधित विभाग को पत्र भेजकर हैंडपंप की मरम्मत कराई जाएगी और बहुत जल्द यह समस्या दूर कर दी जाएगी।
ग्रामीणों की मांग, जल्द हो समाधान
हापुड़ (Hapur) के सिम्भावली के ग्रामीणों का कहना है कि अब वे सिर्फ आश्वासन नहीं, बल्कि जल्द से जल्द हैंडपंप की मरम्मत होते देखना चाहते हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जैसी जगह पर स्वच्छ पेयजल की सुविधा न होना न सिर्फ लापरवाही है, बल्कि मरीजों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ है।