Baghpat में बिनौली अंडरपास में जलभराव के कारण यातायात व्यवस्था चरमरा गई, देखें पूरी रिपोर्ट।
हैदर मलिक (संवाददाता): खबर उत्तर प्रदेश के Baghpat से है, जहां बीती रात हुई जोरदार बारिश से बड़ौत का बिनौली रेलवे अंडरपास तालाब में तब्दील हो गया। कई फिट तक जलभराव होने से कई बाईक और थ्रीव्हिलर पानी में बंद हो गया। जिनको मालिकों ने भारी मशक्कत के बाद अंडरपास के पानी से बाहर निकाला हैं।
Baghpat के रेलवे अंडरपास में जलभराव से यातायात बाधित
इस दौरान मेरठ और बिनौली की तरफ जाने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा और यातायात पूरी तरह से बाधित रहा है । तस्वीरों में आप देखिए किस तरह से एक थ्रीव्हिलर और कई बाईक पानी के बीच फंसी खड़ी है। ये नजारा बागपत के बड़ौत कस्बे के बिनौली रेलवे अंडरपास का है।
जलभराव से यातायात पर असर
जहां रेलवे विभाग ने अंडरपास तो बना दिए लेकिन अब बारिश होते ही उनमें जल जमा हो जाता है। पानी भरने से वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दरअसल हर बारिश के बाद Baghpat के रेलवे के तमाम अंडरपास पानी से लबालब भर जाते हे लेकिन रेलवे इंजिनियरों के पास इसका कोई परमानेंट हल नहीं है।

प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं
जिस कारण जनता को हर बारिश के बाद परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वही Baghpat के स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मेरठ और Baghpat के बड़ौत के बीच आने-जाने वाले वाहन चालकों के लिए यह जलभराव बड़ा सिरदर्द बन गया है।
लोग खुद निकालते दिखे वाहन
सुबह से ही कई वाहन Baghpat के अंडरपास के दोनों ओर फंसे नजर आए। कुछ लोग जोखिम उठाकर अपने वाहनों को पानी से निकालने की कोशिश करते दिखे, जबकि बाकी लोग वैकल्पिक रास्तों की तलाश में भटकते रहे। दरअसल बता दे कि यह दृश्य प्रशासनिक लापरवाही की एक और मिसाल बन गया है, जिसमें आमजन की परेशानी और असुविधा को अनदेखा कर दिया गया है।
स्थानीय प्रशासन की लापरवाही को उजागर
Baghpat के बिनौली रेलवे अंडरपास में जलभराव की यह घटना न सिर्फ स्थानीय प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि आम लोगों को होने वाली दिक्कतों की गंभीरता को भी दिखाती है। हर बार बारिश के बाद अंडरपास में जलभराव होना अब एक आम समस्या बन चुकी है।
जिससे यातायात ठप हो जाता है और लोगों को जान जोखिम में डालकर फंसे वाहनों को निकालना पड़ता है।इस प्रकार की घटनाएं न सिर्फ दैनिक जीवन को प्रभावित करती हैं, बल्कि प्रशासन की जवाबदेही पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा करती हैं। समय रहते यदि उचित कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में यह समस्या और गंभीर हो सकती है।
बता दे कि यह घटना न केवल नागरिकों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि बारिश जैसी आम प्राकृतिक घटना के लिए भी Baghpat शहर की बुनियादी ढांचा तैयार नहीं है। अब समय आ गया है कि प्रशासन इस समस्या को गंभीरता से ले और स्थायी जल निकासी व्यवस्था को प्राथमिकता दे।
वरना हर बारिश के बाद ऐसी ही स्थितियों का सामना करना पड़ेगा, जिससे न केवल जनजीवन प्रभावित होगा, बल्कि दुर्घटनाओं की संभावना भी बनी रहेगी।