Baghpat Congress Protest against Private School
Baghpat में कांग्रेस का जोरदार विरोध: निजी स्कूलों की मनमानी पर उठाई आवाज!
Baghpat में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर एक विशाल प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने निजी स्कूलों द्वारा फीस में की जा रही निरंतर वृद्धि और अभिभावकों पर किताबें और यूनिफॉर्म अपनी दुकानों से खरीदने का दबाव बनाने के खिलाफ आवाज उठाई। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि निजी स्कूलों ने अभिभावकों पर आर्थिक दबाव बना रखा है।
Baghpat में निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ उठी आवाज
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि निजी स्कूल संचालक हर साल फीस बढ़ा रहे हैं और अभिभावकों को स्कूल की किताबें और यूनिफॉर्म खरीदने के लिए मजबूर कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस तरह की मनमानी से बच्चों की शिक्षा पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
बागपत में किसानों की समस्याएं भी उठाईं
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने न केवल निजी स्कूलों के खिलाफ आवाज उठाई, बल्कि किसानों से जुड़े मुद्दों को भी प्रमुखता से उठाया। कार्यकर्ताओं ने Baghpat डीएम को राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें गन्ने के बकाया भुगतान को समय पर न करने और खाद तथा बीज की कालाबाजारी को रोकने की मांग की गई।
किसानों के लिए जरूरी कदम उठाने की मांग
कांग्रेस ने सरकार से किसानों को समय पर गन्ने का भुगतान करने और कृषि संसाधनों की कालाबाजारी पर रोक लगाने की अपील की।

बागपत की स्थानीय समस्याओं पर भी ध्यान आकर्षित किया गया
प्रदर्शन के दौरान Baghpat के स्थानीय मुद्दों पर भी विशेष ध्यान दिया गया। बड़ौत-कोताना मार्ग पर नहर पुल पर लगने वाले जाम की समस्या को उजागर किया गया, जिसे जल्दी हल करने की मांग की गई।
पुल के चौड़ीकरण की मांग
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बड़ौत-कोताना मार्ग पर नहर पुल का चौड़ीकरण करने की मांग की, ताकि यातायात की समस्या को दूर किया जा सके। इसके अलावा, संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाने और आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने की भी अपील की गई।
Baghpat में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन एक बड़ा संकेत है कि स्थानीय मुद्दों पर प्रशासन और सरकारी अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करने की जरूरत है। निजी स्कूलों की मनमानी, किसानों की समस्याएं, और स्थानीय सड़क जाम जैसे मुद्दों पर कांग्रेस ने अपनी आवाज उठाई है। यह प्रदर्शन न सिर्फ Baghpat, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में बढ़ती फीस, किसानों की समस्याओं और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही पर सवाल खड़े करता है।
कांग्रेस के इस कदम से यह स्पष्ट है कि सरकार को इन मुद्दों पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि जनता के बीच असंतोष को कम किया जा सके और Baghpat जैसे इलाकों में बेहतर प्रशासन और विकास हो सके। इस प्रकार के प्रदर्शनों से उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार को अपनी नीतियों में सुधार करने का दबाव बनेगा और भविष्य में आम लोगों के हितों को प्राथमिकता दी जाएगी।