Baghpat के हिम्मतपुर सूजती जंगल में तेंदुए और उनके बच्चों की मौजूदगी से दहशत, वन विभाग ने की कार्रवाई
ब्यूरो रिपोर्टः Baghpat के हिम्मतपुर सूजती के जंगल में शुक्रवार सुबह एक तेंदुआ और उसके दो बच्चे देखे गए। खेत में काम कर रहे किसान मोहित सहित तीन किसानों ने इन्हें देखा। किसानों को देखते ही तेंदुए चंदन सिंह के खेत में खड़ी ज्वार की फसल में छिप गए। किसानों ने तुरंत Baghpat वन विभाग को सूचना दी। रेंजर बड़ौत सुनेंद्र सिंह, डिप्टी रेंजर तालिब और वन रक्षक संजय कुमार मौके पर पहुंचे।
Baghpat में तेंदुए और उनके बच्चे देखे गए
वनकर्मियों और किसानों ने ज्वार के खेत में तलाशी ली। लेकिन तेंदुए नहीं मिले। किसान ने बताया कि पिछले चार दिनों से इसी जंगल में तेंदुए अलग-अलग जगहों पर दिखाई दे रहे हैं। चार दिन पहले तेंदुए ने एक नीलगाय का शिकार भी किया था। इस वजह से किसान खेतों में जाने से डर रहे हैं। Baghpat के रेंजर सुनेंद्र सिंह ने बताया कि जहां तेंदुए देखे गए हैं। वहां कैमरे लगाए जाएंगे। एक युवक द्वारा बनाई गई तेंदुए की वीडियो की भी जांच की जाएगी।
वन विभाग ने त्वरित कार्रवाई की
जंगल के जिन हिस्सों में तेंदुए ज्यादा देखे जा रहे हैं। वहां विशेष निगरानी की जाएगी। हालांकि वन विभाग की टीम द्वारा जंगल में तेंदुआ होने की पुष्टि अभी तक नहीं की गई है। फिर भी किसानों से सावधानी बरतने की अपील की गई है। Baghpat में लगातार दिख रहा तेंदुआ किसानों के लिए चिंता का विषय बना है। फिलहाल वन विभाग के अधिकारी पूरे मामले की जांच में जुटे हैं।

क्षेत्र में तेंदुए की लगातार उपस्थिति
Baghpat के हिम्मतपुर सूजती गांव के जंगल में तेंदुआ और उसके दो बच्चों की उपस्थिति ने न सिर्फ स्थानीय किसानों बल्कि पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। खेत में काम कर रहे किसानों ने तेंदुए को देखा और समय रहते वन विभाग को सूचित किया, जिससे तुरंत कार्रवाई हो सकी।
वन विभाग की सलाह
हालांकि तेंदुए और उसके बच्चे ज्वार के खेत में छिप गए और वन विभाग की तलाशी के बावजूद नहीं मिले, लेकिन इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इलाके में वन्यजीवों की सक्रियता बढ़ रही है। पिछले चार दिनों से लगातार तेंदुए की गतिविधियां देखी जा रही हैं, जिसमें नीलगाय के शिकार की घटना भी शामिल है।
इससे यह अंदेशा लगाया जा सकता है कि तेंदुआ अब Baghpat क्षेत्र में स्थायी रूप से डेरा जमाए हुए है या भोजन और सुरक्षा की तलाश में बार-बार जंगल के किनारे आ रहा है। वन विभाग ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए पिंजरे लगाने, गश्त बढ़ाने और ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
तेंदुए की तलाशी में सफलता नहीं मिली
Baghpat के हिम्मतपुर सूजती जंगल में तेंदुए और उसके दो बच्चों की मौजूदगी ने क्षेत्र में दहशत का माहौल बना दिया है। खेत में काम कर रहे किसानों की सतर्कता और वन विभाग की त्वरित कार्रवाई से बड़ी घटना टल गई। हालांकि तेंदुए की तलाशी में सफलता नहीं मिली, लेकिन यह घटना इस बात का संकेत है कि जंगल से सटे गांवों में वन्यजीवों की गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं।
यह घटना दर्शाती है कि वन्यजीव अब मानव बस्तियों के करीब आते जा रहे हैं, जो पर्यावरण असंतुलन, शिकार की कमी और वन क्षेत्र के सिमटने का परिणाम हो सकता है। तेंदुए द्वारा नीलगाय का शिकार इस बात की पुष्टि करता है कि वह अब सक्रिय रूप से भोजन की तलाश में है और संभवत: वहीं आसपास निवास कर रहा है।