Mritaka Aanganwadi Karyakarta Shobha Rani (Bijnor)
बिजनौर (संवाददाता महेंद्र सिंह) : बिजनौर (Bijnor) जनपद के धामपुर नगर में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब बीएलओ का कार्य संभाल रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शोभा रानी की ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। यह घटना बूथ संख्या 97 की बताई जा रही है। अचानक हुई इस मौत से पूरा विभाग शोक में डूब गया है।

Bijnor SIR फ़ॉर्म जमा कराने के दौरान बिगड़ी तबीयत, कुछ ही मिनटों में गिर गईं बेहोश
बिजनौर (Bijnor) से मिली जानकारी के अनुसार, मृतिका शोभा रानी एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता थीं, जिन्हें चुनाव आयोग द्वारा BLO (Booth Level Officer) का अतिरिक्त कार्य सौंपा गया था। बुधवार को वह SIR फॉर्म जमा कराने और बूथ से संबंधित दस्तावेज व्यवस्थित करने के लिए ड्यूटी पर मौजूद थीं।
बिजनौर (Bijnor) जिले के धामपुर से प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कार्य करते समय अचानक उन्होंने सीने में तेज दर्द की शिकायत की। आसपास मौजूद कर्मचारी तुरंत उनकी मदद के लिए पहुंचे, लेकिन कुछ ही मिनटों में वे जमीन पर गिर पड़ीं।
स्थिति गंभीर देखते हुए उन्हें तुरंत नज़दीकी अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि शोभा रानी को गंभीर हार्ट अटैक आया था। चिकित्सकों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया, लेकिन इलाज के दौरान ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
परिवार में कोहराम, विभाग में गहरा शोक — जिम्मेदारी निभाते हुए गई जान
बिजनौर (Bijnor) से शोभा रानी की मौत की खबर जैसे ही परिवार तक पहुंची, घर में कोहराम मच गया। परिजनों ने बताया कि वह पूरी ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभाती थीं और पिछले कई दिनों से BLO कार्य को लेकर बेहद व्यस्त थीं।
लगातार ड्यूटी, दबाव और चुनावी कार्यभार के बीच उनकी तबीयत पर असर पड़ा या नहीं, इस पर सवाल भी उठने लगे हैं।
बिजनौर (Bijnor) आंगनबाड़ी विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा चुनाव विभाग के सहकर्मियों ने भी गहरा दुख व्यक्त किया। उनके साथ काम करने वाली महिलाओं ने कहा कि शोभा रानी स्वभाव से शांत, मेहनती और कर्तव्यनिष्ठ थीं।
कई कर्मचारियों ने माना कि
“चुनावी ड्यूटी में बीएलओ को लगातार मानसिक और शारीरिक दबाव झेलना पड़ता है, शायद यही दबाव उनकी तबीयत न संभाल सका।”
Bijnor अधिकारियों ने पहुंचकर ली जानकारी, जांच की मांग उठी — क्या था कार्यभार अधिक?
बिजनौर (Bijnor) में शोभा रानी की मौत की सूचना मिलते ही स्थानीय अधिकारी, पुलिस व चुनाव विभाग से जुड़े कर्मचारी घटनास्थल और अस्पताल पहुंचे। अधिकारियों ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और परिजनों को सांत्वना दी।
कुछ कर्मचारी संगठनों ने भी मांग उठाई कि
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चुनावी ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों की स्वास्थ्य जांच अनिवार्य हो,
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BLO को अत्यधिक कार्यभार से न दबाया जाए,
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और अचानक मौतों की घटनाओं पर विभाग को संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।
मृतिका की मौत ने चुनावी तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या BLO स्तर पर कार्यभार अत्यधिक बढ़ गया था, या स्वास्थ्य चेतावनियों पर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया?
हालांकि, इस संबंध में अधिकारी जांच के बाद ही कोई ठोस बयान देने की बात कह रहे हैं।
धामपुर के बूथ संख्या 97 का मामला — क्षेत्र में शोक और चिंतन दोनों
बिजनौर (Bijnor) की यह घटना धामपुर नगर के बूथ संख्या 97 की है, जहां शोभा रानी पिछले दिनों से मतदाता सूची वेरिफिकेशन कार्य में जुटी थीं। उनके अचानक चले जाने से पूरा क्षेत्र शोक में है।
बिजनौर (Bijnor) जिले के स्थानीय लोगों ने कहा कि सरकारी ड्यूटी पर रहते हुए हुई यह मौत बेहद दुखद है और विभाग को इस तरह की घटनाओं पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
शोभा रानी का निधन न केवल उनके परिवार बल्कि बिजनौर (Bijnor) जिले के सैकड़ों आंगनबाड़ी व सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बड़ी क्षति है।