Bijnor जिला कारागार में खोला गया ओपन जिम – बंदियों के स्वास्थ्य सुधार की दिशा में बड़ा कदम
महेंद्र ढांका (संवाददाता): उत्तर प्रदेश के Bijnor जिला कारागार में हाल ही में ओपन जिम का उद्घाटन किया गया है, जो बंदियों के स्वास्थ्य सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह ओपन जिम बंदियों को शारीरिक रूप से फिट रखने में मदद करेगा और उनके मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाएगा। ओपन जिम में 8 एक्सरसाइज मशीनें लगाई गई हैं, जो बंदियों को नियमित रूप से एक्सरसाइज करने का अवसर देंगी।
Bijnor में ओपन जिम में 45 मिनट का समय मिलेगा बंदियों को
Bijnor में ओपन जिम में बंदियों को अपनी फिटनेस पर ध्यान देने के लिए 45 मिनट का समय मिलेगा। इस समय के दौरान वे अपनी शारीरिक शक्ति बढ़ाने के लिए विभिन्न एक्सरसाइज कर सकेंगे। यह पहल बंदियों को मानसिक तनाव से मुक्ति और शारीरिक मजबूती देने के लिए की गई है, ताकि वे जेल के माहौल में भी स्वस्थ जीवन जी सकें।
डिप्टी जेलर की निगरानी में होगी एक्सरसाइज
Bijnor जेल में होने वाली एक्सरसाइज की गतिविधियों पर डिप्टी जेलर की निगरानी रखी जाएगी। उनकी जिम्मेदारी होगी कि वह सुनिश्चित करें कि सभी बंदी एक्सरसाइज सही तरीके से करें और किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता न हो। इसके अलावा, तीसरी आंख का पहरा भी रहेगा, जो यह सुनिश्चित करेगी कि कोई अप्रिय घटना न हो।

ओपन जिम के माध्यम से क्या मिलेगा?
Bijnor में इस ओपन जिम के माध्यम से बंदियों को शारीरिक व्यायाम का अवसर मिलेगा, जो उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होगा। यह कदम बंदियों को स्वस्थ जीवन की ओर मार्गदर्शन देने और उनका मनोबल बढ़ाने के लिए उठाया गया है। यह पहल जेल में रहने वाले लोगों को जीवन की नकारात्मकता से बाहर निकालने में सहायक साबित हो सकती है।
Bijnor जेल में शुरू किया गया यह ओपन जिम एक सकारात्मक बदलाव का प्रतीक है। यह राज्य सरकार की योजनाओं के तहत किया गया एक महत्वपूर्ण सुधार है, जो जेल में बंदियों के जीवन को सुधारने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाता है।
Bijnor जिला कारागार में ओपन जिम की शुरुआत एक महत्वपूर्ण पहल है, जो बंदियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए उठाया गया कदम है। इस ओपन जिम में 8 एक्सरसाइज मशीनें लगाई गई हैं, जिससे बंदी अपनी फिटनेस पर ध्यान दे सकेंगे और मानसिक तनाव को कम कर सकेंगे।
उन्हें एक्सरसाइज के लिए 45 मिनट का समय मिलेगा, और इस दौरान उनकी गतिविधियों पर डिप्टी जेलर की निगरानी रहेगी, ताकि किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता से बचा जा सके। यह पहल न केवल बंदियों के स्वास्थ्य के लिए है, बल्कि यह जेल सुधार और पुनर्वास की दिशा में भी एक सकारात्मक कदम है।
बंदियों को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बनाने के लिए इस तरह की योजनाओं का विस्तार अन्य जेलों में भी किया जा सकता है, जिससे उन्हें जीवन में बेहतर दिशा मिल सके। Bijnor में ओपन जिम के माध्यम से जेल में रहने वाले बंदियों को भी एक स्वस्थ जीवन जीने का अवसर मिलेगा, और यह कदम उनके भविष्य के लिए एक नई शुरुआत हो सकता है।